लंदन: ब्रिटेन की सनातन संस्था (SSUK) ने गुरुवार को ब्रिटिश संसद में अपना पहला गीता जयंती कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पदमश्री बॉब ब्लैकमैन (सांसद हैरो ईस्ट), अमीश त्रिपाठी (नेहरू केंद्र के संस्कृति मंत्री एवं निदेशक) और केशव महाराज (ब्रिटेन में इस्कॉन के वरिष्ठ पुजारी) ने की। भगवान कृष्ण के संदेश को फैलाने और यूके की संसद में हाउस ऑफ कॉमन में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती मनाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
केशव महाराज ने समझाई गीता की प्रासंगिकता
आयोजन की शुरुआत में सलोनी बिलैड और अभि योगी ने श्लोकों का जाप किया जबकि कुछ बच्चों ने वासुदेव सुतम कहा। इस मौके पर केशव महाराज ने भगवद् गीता और श्री कृष्ण की प्रासंगिकता को समझाया और बताया कि जब हम गीता के उपदेशों का पालन करते हैं तो इसमें कैसे हमारे जीवन को अभी भी प्रभावित करने की क्षमता है। SSUK के अभि योगी ने संगठन को बनाने के पीछे के उद्देश्यों और विजन के बारे में बताया और हरियाणा के प्रवीण कुमार ने कुरुक्षेत्र पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
बच्चों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
बॉब ब्लैकमैन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं को अपने धर्म को जाहिर करने में संकोच नहीं करना चाहिए क्योंकि हिंदू बहुत शांतिपूर्ण होते हैं और हमेशा दूसरों के हित का संदेश देते हैं। वहीं, अमीश त्रिपाठी ने अपने भाषण में वैदिक इतिहास की कई घटनाओं पर प्रकाश डाला। 90 मिनट के कार्यक्रम में श्रीकृष्ण से जुड़ी कई चीजों पर चर्चा के साथ-साथ भजन भी हुआ। कार्यक्रम में बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उनकी प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। वहीं, युवाओं ने बताया कि गीता पढ़ने से उनके जीवन में किस तरह सकारात्मक परिवर्तन आया।