ब्रसेल्सः रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जर्मनी ने मॉस्को को बड़ी चेताननी दे डाली है। जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने रूस पर उनके देश को निशाना बनाकर साइबर हमले करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को चेतावनी दी कि उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। जर्मनी ने कहा कि वह रूस को छोड़ेगा नहीं। इस मुद्दे पर उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ ने भी जर्मनी का समर्थन किया और कहा कि वे साइबर जगत में रूस की ‘दुर्भावनापूर्ण’ गतिविधि को ऐसे ही नहीं जाने देंगे।
बता दें कि यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान जर्मनी द्वारा यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद को लेकर पहले ही दोनों देशों के बीच तनाव है। इस बीच जर्मनी को रूस की ओर से साइबर हमले किए जाने की आशंका है। जर्मनी की विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि पिछले साल देश की गठबंधन सरकार में प्रमुख पार्टी सोशल डेमोक्रेट्स पर निशाना साधकर हुए साइबर हमले में रूस के सरकारी हैकर संलिप्त थे। जर्मनी इसका कड़ा जवाब देने की तैयारी कर रहा है।
जर्मनी को रूस पर है साइबर हमले का शक
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘रूस के सरकारी हैकर जर्मनी के साइबर जगत में हमले के लिए जिम्मेदार हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कह सकते हैं कि एपीटी28 समूह ने इस हमले को अंजाम दिया जिसे रूस की सैन्य खुफिया सेवा संचालित करती है।’’ बेयरबॉक ने कहा, ‘‘यह निश्चित तौर पर बर्दाश्त करने योग्य नहीं है और अस्वीकार्य है और इसके परिणाम भुगतने होंगे। जर्मनी का कहना है कि साइबर हमले में रूस के सरकारी कर्मचारी शामिल थे। (एपी)
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