पेरिसः यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने रूस से मुकाबले के लिए फ्रांस और जर्मनी के साथ बड़ा सुरक्षा समझौता किया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के आगामी 28 फरवरी को 2 वर्ष पूरे हो जाएंगे। उससे पहले यूक्रेन का फ्रांस और जर्मनी के साथ यह सुरक्षा समझौता बेहद अहम माना जा रहा है। फ्रांस और जर्मनी ने अब मिलकर यूक्रेन को रूस के हाथों हार से बचाने का बीड़ा उठाया है। फ्रांस के साथ 10 वर्षीय द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किये। जेलेंस्की ने इससे कुछ घंटे पहले ही जर्मनी के साथ भी इसी तरह के आधिकारिक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के दो साल पूरे होने वाले हैं और ऐसे में यूक्रेन पश्चिमी देशों से अधिक सहयोग प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में ये समझौते कीव के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में राष्ट्रपति भवन एलिसी में जेलेंस्की का स्वागत किया। इस समझौते के तहत फ्रांस इस वर्ष सैन्य सहायता के रूप में यूक्रेन को 3.2 अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता प्रदान करेगा, जो युद्ध शुरू होने के बाद से फ्रांस द्वारा यूक्रेन को दी गई सबसे बड़ी सालाना राशि है।
मैक्रों ने युद्ध के परिणामों को लेकर कही बड़ी बात
मैक्रों ने कहा, ‘‘यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध का परिणाम हमारे हितों, हमारे मूल्यों, हमारी सुरक्षा और हमारे समाज के मॉडल के लिए निर्णायक होगा।’’ जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात के बाद जेलेंस्की फ्रांस पहुंचे थे। जेलेंस्की से मुलाकात के बाद शोल्ज ने कहा था कि बर्लिन 36 हॉवित्जर तोपों, 1.20 लाख तोप के गोले तथा दो और हवाई-रक्षा प्रणालियों सहित 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर का सहायता पैकेज प्रदान कर रहा है। (एपी)