भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा, सुरक्षा व औद्योगिक सहयोग से जुड़े व्यापक मुद्दों पर वार्ता के लिए 3 दिनों के ब्रिटेन दौरे पर हैं। राजनाथ सिंह ने यहां ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स और विदेश मंत्री कैमरन के साथ मुलाकात की है। राजनाथ सिंह ने अपनी ब्रिटेन यात्रा में कई बाते भी कही हैं। उन्होंने यहां पर एक कार्यक्रम में भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर भी बयान दिया है।
गलवान ने बदला चीन का नजरिया
भारत और चीन के बीच जारी सीमा तनाव पर बात रखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लंदन में कहा कि चीन को भारत का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, लेकिन हम चीन को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। राजनाथ सिंह ने कहा कि शायद चीन ऐसा मानता है लेकिन हम किसी को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। उन्होंने कहा कि पहले भारत आयातक था लेकिन अब निर्यातक बना रहा है।
गलवान ने बदला चीन का नजरिया
राजनाथ सिंह ने कहा कि 2020 में गलवान में भारत और चीन के बीच हुई आमने-सामने की लड़ाई में हमारे सुरक्षा बलों ने जो बहादुरी दिखाई, शायद यही वजह है कि चीन का भारत को लेकर नजरिया बदल गया है। उन्हें एहसास हो गया है कि भारत अब कमजोर नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले हम रक्षा उपकरणों के सबसे बड़े आयातक हुआ करते थे लेकिन अब हम रक्षा वस्तुओं के निर्यात के मामले में शीर्ष 25 देशों में हैं।
भारत और चीन के बीच रिश्ते अच्छे नहीं
राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेखक ने भी भारत को लेकर एक लेख लिखा है। चीन सरकार भी मानती है कि भारत में हुए आर्थिक और रणनीतिक बदलावों के चलते भारत की अर्थव्यवस्था एक रणनीतिक ताकत बन गई है। हम किसी को अपना दुश्मन नहीं देखते लेकिन ये बात दुनिया जानती है भारत और चीन के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं। हम सभी के साथ अपने रिश्ते बेहतर करना चाहते हैं।
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