Russia-Ukrane War News: पिछले 10 दिनों में रूस की ओर से दो-तीन बार कहा जा चुका है कि वह यूक्रेन से युद्ध को अब खत्म करने के लिए राजी है। मगर यूक्रेन की तरफ से इसे जारी रखने का प्रयास होता दिख रहा है। क्योंकि यूक्रेन युद्ध खत्म करने के मूड में नहीं दिखाई दे रहा है। इसकी वजह पश्चिमी देशों का सपोर्ट और उनकी मंशा को माना जा रहा है। अभी एक दिन पहले ही रूस ने आरोप लगाया था कि अमेरिका और यूरोपीय संघ नहीं चाहते कि यह युद्ध खत्म हो। यूक्रेन अमेरिका के दम पर युद्ध लड़ रहा है। इसलिए युद्ध खत्म करने की गेंद भी यूक्रेन के ही पाले में है। रूस ने कहा कि यूक्रेन को जब लगे तो वह युद्ध खत्म करने पर बात कर सकता है, अन्यथा रूस हमले जारी रखेगा। इस बीच फ्रांस के रक्षा मंत्री यूक्रेन की मदद को कीव पहुंच गए हैं। ऐसे में युद्ध खत्म होने की संभावनाओं को फिलहाल विराम लगता दिख रहा है।
फ्रांस के रक्षा मंत्री यूक्रेन को और सैन्य सहायता देने पर चर्चा के लिए बुधवार को कीव पहुंचे और फ्रांसीसी सरकार के अबाध समर्थन पर जोर दिया। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू पोलैंड की यात्रा के बाद यूक्रेन की राजधानी पहुंचे हैं। इसके पहले मंगलवार को उन्होंने पोलैंड को फ्रांस निर्मित दो उपग्रह बेचने का ऐलान किया था। कीव में लेकोर्नू ने नायकों के एक स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन यूक्रेनी लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने रूसी हमले से देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण गंवा दिये थे। उनका यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की और यूक्रेनी रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव और अन्य सैन्य अधिकारियों से भी मिलने का कार्यक्रम है।
फ्रांस ने मदद जारी रखने का ऐलान किया
अभी तक यूक्रेन को सैन्य समर्थन देने के लिहाज से ब्रिटेन और अमेरिका के मुकाबले फ्रांस कम मुखर रहा है, लेकिन 24 फरवरी को रूसी हमले के बाद से इसने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति अनवरत जारी रखी है। फ्रांस ने इस महीने यूक्रेन के लिए दो सहायता सम्मेलन भी आयोजित किये, लेकिन बहुत से यूक्रेनी फ्रांस सरकार की प्रतिक्रिया के आलोचक रहे हैं, क्योंकि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संपर्क बनाए रखने के प्रयास किये और बातचीत के जरिये समाधान का अनुरोध किया। मगर लेकोर्नू ने अपनी यात्रा से पहले ट्वीट किया कि यूक्रेन के लोगों के लिए हमारे समर्थन में निरंतरता रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह यूक्रेन को रूस से युद्ध लड़ने के लिए आवश्यक हथियारों की आपूर्ति करता रहेगा। ऐसे में युद्ध और लंबा खिंचने की आशंका बढ़ गई है।