France Riots: फ्रांस में अब भी दंगे जारी हैं। यहां 27 जून को एक नाबालिग लड़के नाहेल की मौत के बाद से हिंसा भड़क गई है। दरअसल ट्रैफिक पुलिस द्वारा पेरिस में चेकिंग के दौरान नाहेल को पुलिस ने गोली मार दी थी। इस घटना में नाहेल की मौत हो गई थी। पुलिसकर्मियों का इस मामले पर कहना था कि लड़के के पास गाड़ी चलाने का लाइसेंस नहीं था। चेकिंग के दौरान लड़के ने वाहन से ट्रैफिक पुलिस को कुचलने का प्रयास किया जिसके बचाव में लड़के को गोली मारी गई। हिंसा के मद्देनजर फ्रांसीसी पुलिस ने 1300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
फ्रांस में हिंसा जारी
नाहेल की मां ने नाहेल की मौत पर शोक व नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इस दौरान पुलिस को अपने बेटे की हत्या का दोषी ठहराने से इनकार कर दिया। नाहेल की मां ने अपने बेटे की जान लेने वाले व्यक्ति को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि मैं इस मामले में केवल एक व्यक्ति को दोषी मानती हूं, जिसने मेरे बेटे की जान ले ली। बता दें कि नाहेल की मौत की खबर जब पूरे फ्रांस में फैली तो चारों तरफ हंगामा होने लगा और दंगा होने लगा। देश में फैले दंगे को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक रात में 45000 से अधिक पुलिस अधिकारियों के साथ बख्तरबंद वाहनों को तैनात कर दिया।
नाहेल का नहीं था आपराधिक रिकॉर्ड
बता दें कि मैक्रो अपनी जर्मनी यात्रा पर जाने वाले थे। लेकिन देश में फैली हिंसा के कारण उन्होंने जर्मनी की यात्रा को रद्द कर दिया। बता दें कि पीड़ित परिवार के वकील का कहना है कि नाहेल एक डिलीवरी मैन के रूप में काम करता था। वह खेलों में रूची रखने वाला लड़का था। वह अपने इलाके के युवाओं क खेल के प्रति जागरूक करने का काम करता था। नाहेल का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। हालांकि पुलिस ने नाहेल पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप लगाया था।