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फ्रांस और चीन की दोस्ती किस देश के लिए है खतरा, इन दो मुद्दों पर साथ आ सकते हैं दोनों देश

फ्रांस ने चीन से अपने संबंधों को सुधारने की दिशा में पहल करनी शुरू कर दी है। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथेरिन कोलोना ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से बातचीत की है। फ्रांस ने वैश्विक समस्याओं और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चीन को साथ आने का आह्वान किया है।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published : Nov 24, 2023 14:38 IST, Updated : Nov 24, 2023 14:38 IST
फ्रांस की विदेश मंत्री कैथेरिन कोलोना और चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग।
Image Source : AP फ्रांस की विदेश मंत्री कैथेरिन कोलोना और चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग।

फ्रांस और चीन ने मौजूदा वैश्विक तनाव और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर एक साथ खड़े होने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। फ्रांस का पहले भी चीन की तरफ झुकाव अधिक रहा है। फ्रांस और चीन की दोस्ती मजबूत होने से इसका सीधा खतरा अमेरिका को हो सकता है। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने शुक्रवार को कहा कि फ्रांस और चीन को वैश्विक तनाव कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और जलवायु परिवर्तन तथा जैवविविधता जैसे विषयों पर ध्यान देना चाहिए।
 
दुबई में अगले सप्ताह शुरू होने जा रहे संयुक्त राष्ट्र के एक प्रमुख जलवायु सम्मेलन और अगले महीने यूरोपीय संघ-चीन के नेताओं की बैठक से पहले कोलोना बीजिंग की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा इजराइल-हमास के बीच चार दिन के युद्धविराम की शुरुआत के साथ हो रही है। कोलोना ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से मुलाकात के दौरान कहा, ‘‘हम दोनों, बड़ी महाशक्तियों के रूप में वैश्विक चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी साझा करते हैं और हम दुनियाभर में तनाव खत्म करने की दिशा में समन्वित प्रयास कर सकते हैं।
 

वैश्वक समस्याएं हैं प्रमुख मुद्दा

 
अरब देशों के विदेश मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गाजा में युद्ध विराम पर जोर देने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के साथ बैठकों के तहत पिछले कुछ दिन में चीन और फ्रांस में वार्ताएं की हैं। यूरोपीय संघ (ईयू) चीन को लेकर सख्त रुख अपना रहा है। वह चीन के इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को सब्सिडी दिये जाने के मामले में व्यापारिक जांच शुरू कर रहा है। ईयू के अधिकारियों ने चीन के साथ उसके बड़े व्यापार घाटे को कम करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया है।
 
चीन मतभेदों के बावजूद यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका समेत प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ अपने संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहा है। पिछले साल दिसंबर में चीन में महामारी संबंधी पाबंदियों को हटाने से नेताओं की आमने-सामने बैठकों में मदद मिली थी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने अप्रैल में चीन का दौरा किया था जिसके बाद वित्त मंत्री ब्रूनो ली मैरे ने जुलाई में चीन की यात्रा की। ली ने कहा, ‘‘चीन और फ्रांस के रिश्ते हर दृष्टि से बेहतर हो रहे हैं। विशेष रूप से अनेक प्रणालियां बहाल होने के कारण हर स्तर पर हमारी वार्ताएं और जल्दी जल्दी हो रही हैं।’ (एपी) 
 

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