नई दिल्लीः एक वर्ष से चल रही रूस-यूक्रेन की लड़ाई अब बखमुत में अहम मोड़ पर आ गई है। यहां दोनों देशों के सैनिक अब बिलकुल आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इतना करीबी फाइट होने से यूक्रेनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा है। ऐसे में भाड़े की रूसी वैगनर सेना यूक्रेन पर भारी पड़ने लगी है। हजारों यूक्रेनी लोग बखमुत की लड़ाई में शहर व गांवों में फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए यूक्रेनी सेना को कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। रूस की आग उगलती तोपों और ज्वालामुखी बरसाते बमों ने बखमुत पर वैगनर सैनिकों को कब्जा जमाने के करीब पहुंचा दिया है। लंबे समय से रूस की बखमुत पर नजर थी। यदि यहां रूस कब्जा करने में कामयाब हो गया तो पुतिन की वह रणनीति सफल हो जाएगी, जिसमें वह यूक्रेन के प्रमुख औद्योगिक शहर डोनाबास पर कब्जा जमाने की है। मगर इस बीच वैगनर चीफ ने रूस को बड़ी चेतावनी देकर हड़कंप मचा दिया है।
वैगनर चीफ ने कहा है कि हमारे सैनिक अब यूक्रेनी शहर बखमुत पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं, लेकिन उन्हें गोला-बारूद से वंचित किया जा रहा है। इस दौरान यदि इसकी वजह से उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया तो पूरा मोर्चा ध्वस्त हो जाएगा। बखमुत पर कब्जे का मौका हाथ से निकल जाएगा। वैगनर प्रमुख ने बखमुत से पीछे हटने के लिए मजबूर होने पर सीमावर्ती पतन की भी कड़ी चेतावनी दी है। यहां यूक्रेन-रूस में बहुत ही भीषण युद्ध चल रहा है। यूक्रेनी सेना बखमुत निवासियों को निकालने के लिए कड़े संघर्ष कर रही है, क्योंकि लड़ाई बहुत करीबी हो गई है। बखमुत शहर के शहर के डिप्टी मेयर ने कहा कि इस शहर में 4 से 5 हजार नागरिक शेष बचे हैं। पहले यहां से 600 के करीब लोगों को रोजाना निकाल पाने में सफलता मिल रही थी, लेकिन अब उसकी तुलना में केवल 5 से 10 नागरिक हर दिन बखमुत से भाग पा रहे हैं।
बखमुत में लोगों की मदद करने वाले यूक्रेनी सैनिकों के रास्ते बंद
रूसी सैनिकों के भयानक आक्रमण के चलते बखमुत को पूरी तरह से घेर लिया गया है। यूक्रेनी सेना को यहां से पीछे हटने और शहर छोड़कर भागने के लिए रूस मजबूर कर रहा है। हालत यह है कि बखमुत में प्रवेश के लिए अब यूक्रेनी सैनिकों के लिए रूस ने सारे रास्ते लगभग बंद कर दिए हैं। यूक्रेनी सैनिकों को बखमुत के निवासियों तक पहुंचने से रोका जा रहा है। यूक्रेनी सेना के अधिकारी अलेक्जेंडर मर्चेंको ने बताया कि "दुश्मन शहर पर हर संभव तरीके से हमला कर रहा है। हमारे वहां पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।" बखमुत में अब शायद ही ऐसा कोई मकान बचा हो जिसे दुश्मनों ने क्षतिग्रस्त न कर दिया हो। संपर्क मार्गों को भी तोड़ दिया गया है। ऐसे में दुश्मन कब्जे के करीब पहुंच गया है।
थिंक टैंक ने भी माना बखमुत में रूसी सेना की बढ़त
इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर थिंक टैंक ने रविवार को कहा कि ऐसा लगता है कि रूसी सेना ने बखमुत के कुछ हिस्सों में "पर्याप्त स्थितिगत लाभ" हासिल कर लिया है, लेकिन जल्द ही शहर को घेरने में सक्षम नहीं होगी। हालांकि थिंक टैंक ने माना है कि रूसी सेना ने बखमुत में 'पोजिशनल एडवांटेज' हासिल कर लिया है, लेकिन अभी तक जीत नहीं पाई है। इससे पहले आईएसडब्ल्यू ने कहा था कि यूक्रेनी सेना "नियंत्रित लड़ाई वापसी" करने के लिए स्थापित होने की संभावना है, लेकिन उन्हें अभी तक मजबूर नहीं किया गया है।
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