पेरिस: फ्रांस की सरकार ने बुधवार को न्यू कैलेडोनिया में कम से कम 12 दिन के लिए आपातकाल लागू करने की घोषणा कर दी है। इससे पूरे देश में हलचल मच गई है। इस कदम के पीछे फ्रांस सरकार का मकसद प्रशांत क्षेत्र में जारी विरोध-प्रदर्शनों को काबू करने के लिए पुलिस को और अधिक शक्तियां प्रदान करना है। बता दें कि न्यू कैलेडोनिया में जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस सरकार की प्रवक्ता प्रिस्का थेवेनोट ने बुधवार दोपहर को पेरिस में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद आपातकाल लागू करने के फैसले की घोषणा की। फ्रांसीसी मीडिया में आईं खबरों के अनुसार, सोमवार से 130 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
न्यू कैलेडोनिया में मतदाता सूची के विस्तार के फ्रांस के प्रयासों के खिलाफ सोमवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। न्यू कैलेडोनिया द्वीप समूह में स्वतंत्रता चाहने वाले मूल निवासी कनकों और फ्रांस का हिस्सा बने रहने के इच्छुक लोगों के बीच दशकों से तनाव रहा है। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने लंबे समय तक जेल के रूप में इस्तेमाल किए गए न्यू कैलेडोनिया में मंगलवार को पुलिस भेजी थी। राजधानी नोमिया और इसके आसपास कर्फ्यू लागू होने व सभा पर प्रतिबंध के बावजूद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई हैं।
राष्ट्रपति ने न्यू कैलेडोनिया की स्थिति पर की बैठक
आपातकाल लगाने से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने फ्रांसीसी प्रशांत क्षेत्र न्यू कैलेडोनिया के मौजूदा हालात पर चर्चा करने के लिए शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक की। न्यू कैलेडेनिया की मांगों को सुनकर मैक्रों के भी होश उड़ गए। ऐसे में हालात को काबू में लाने के लिए आपातकाल लगा दिया गया। विशेष रक्षा एवं सुरक्षा परिषद की बैठकों में आमतौर पर मैक्रों और चुनिंदा पदाधिकारी ही भाग लेते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री गेब्रियल अटाल और रक्षा, आंतरिक, अर्थव्यवस्था व विदेशी मामलों के मंत्री शामिल हैं। यहां संवैधानिक सुधार को लेकर हुई हिंसा के बीच बुधवार को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। न्यू कैलेडोनिया में लंबे समय से स्वतंत्रता की मांग उठ रही है। (एपी)
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