Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। गाजा पट्टी में इजराइली सेना जमीनी हमले में जुटी है। इसी बीच कई देशों में स्थित यहूदी समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता गहरा गई है। चीन में इजराइली दूतावास के एक कर्मचारी को जिस तरह चाकुओं से गोदा, उसके बाद यह चिंता और बढ़ गई है। यहूदियों की सुरक्षा की चिंता के मद्देनजर लंदन में यहूदियों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
लंदन में कई यहूदी स्कूलों ने पैरेंट्स को सूचित किया है कि यहूदी समुदाय की सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से अतिरिक्त सहायता की घोषणा के बाद सुरक्षा के कारण ये स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे। उत्तरी लंदन के बार्नेट क्षेत्र में स्थित मेनोरा हाई स्कूल, टोरा वोडास प्राइमरी स्कूल और एटेरेस बीस याकोव ने बृहस्पतिवार को अभिभावकों को पत्र भेजा। ऐसा माना जाता है कि चौथा स्कूल भी बंद रहेगा क्योंकि उन लोगों को परिसर के आसपास इजराइल विरोधी प्रदर्शन होने का डर है।
'स्कूलों बच्चों की सुरक्षा को हल्के में नहीं ले सकते'
टोरा वोडास के पत्र में कहा गया है कि हालांकि ‘हमारे स्कूल के लिए कोई विशेष खतरा नहीं है’ लेकिन यह ‘ऐसा निर्णय नहीं है जिसे हल्के में लिया गया है।’ परमार्थ संगठन कम्युनिटी सिक्योरिटी ट्रस्ट (सीएसटी) के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘यहूदी स्कूलों को सीएसटी की सलाह है कि यहूदी जीवन चलते रहना चाहिये और स्कूल सामान्य रूप से खुले रहने चाहिए।’ ट्रस्ट ने इजराइल में संघर्ष बढ़ने के बाद से पिछले चार दिनों में 139 यहूदी विरोधी घटनाएं दर्ज की हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘सभी यहूदी स्कूलों के पास सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इनका भुगतान सरकार करती है। सरकार ने पहले से मौजूद उपायों के अलावा सुरक्षा के लिये अतिरिक्त 30 लाख पाउंड देने का वादा किया है।’ प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की ओर से गुरुवार को अतिरिक्त धनराशि दिए जाने की घोषणा करने के बाद 2023-24 के लिए यहूदी समुदाय संरक्षण सुरक्षा अनुदान बढ़ कर 1.8 करोड़ ब्रिटिश पाउंड हो गया है।
ऋषि सुनक ने इजराइल के साथ प्रदर्शित की एकजुटता
इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने कहा, ‘ऐसे समय, जब यहूदी लोग अपनी मातृभूमि में संकट में हैं, तो हर जगह यहूदी लोग असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। इसीलिए हमें अपने देश में हर जगह यहूदी समुदाय के लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। अगर यहूदी समुदाय को सुरक्षित रखने में कोई बाधा आ रही है तो हम उसे दूर करेंगे। आपको हमारा पूरा समर्थन है।’ इसके तुरंत बाद, ब्रिटेन ने ‘‘त्रीय स्थिरता को मजबूत करने और तनाव रोकने’ की योजना के तहत पूर्वी भूमध्य सागर में रॉयल नेवी के दो पोतों और निगरानी विमान को तैनात करने सहित इजराइल को सैन्य समर्थन देने की घोषणा की।