प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस मामले की गूंज अब ब्रिटेन में सुनाई पड़ रही है। ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बीबीसी द्वारा बनाए गए डॉक्यूमेंट्री को लेकर बयान जारी किया है। रेंजर ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का अपमान करती है और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के लोकतांत्रिक प्रक्रिया से दो बार चुने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करती है। साथ ही यह डॉक्यूमेंट्री न्यायपालिका और संसद का भी अपमान करने का काम करती है। गौरतलब है कि न्यायपालिका द्वारा गुजरात दंगों के मामले में पीएम मोदी को क्लीनचिट दिया गया था।
रामी रेंजर ने अपने ट्वीट में आगे लिखा बीबीसी न्यूज द्वारा भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत किया गया है और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित प्रधानमंत्री, भारतीय न्यायपालिका, भारतीय पुलिस का अपमान किया गया है। रेंजर ने इस बाबत आगे लिखा कि दंगों की निंदा करता हूं लेकिन बीबीसी द्वारा की गई पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी निंदा करते हैं। रेंजर ने कहा कि दो महान देशों ब्रिटेन और भारत के रिश्तों के बीच बाधा नहीं डालनी चाहिए। हम एक दूसरे से बहुत कुछ साझा करते हैं और बाकियों की अपेक्षा भारत के काफी करीब हैं। मोदी और भारत की सफलता कई लोगों को रास नहीं आता है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री का भी मिला समर्थन
बता दें कि रामी रेंजर से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन कर चुके हैं। डॉक्यूमेंट्री विवाद पर ऋषि सुनक ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी की ऐसी तस्वीर बनाए जाने से वह सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यूके सरकार की स्थिति स्पष्ट और लंबे समय से चली आर रही है और बदली नहीं हैं। हम इस तरह के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे यह कहीं भी क्यों न हों। लेकिन मैं पीएम नरेंद्र मोदी की इस तरह की इमेज बनाने के खिलाफ हूं।
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