Boris Johnson: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को डाउनिंग स्ट्रीट स्थित अपना आधिकारिक आवास छोड़ दिया और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंपने के लिए स्कॉटलैंड के लिए रवाना हो गए हैं। लिज ट्रस को सोमवार को सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी का नेता घोषित किया और कुछ समय बाद महारानी से मुलाकात के बाद वह प्रधानमंत्री नियुक्त की जाएंगी। आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के सामने जॉनसन ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है ताकि इस्तीफा देने से पहले लोगों को ऊर्जा संकट से निपटने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उस बूस्टर रॉकेट की तरह हूं जिसने अपना काम कर दिया है।’’
ट्रस के सामने ये हैं चुनौतियां
गौरतलब है कि पहली बार सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया लंदन के बकिंघम पैलेस के बजाय एबर्डीनशायर स्थित शाही परिवार के ग्रीष्मकालीन आवास बालमोराल कैसल में हो रही है। इसकी वजह महारानी की 96 वर्ष की उम्र है जिसके कारण वह आने-जाने में समस्या का सामना कर रही हैं और महल के अधिकारियों को उनकी दैनिक यात्रा के बारे में निर्णय बहुत सोच समझ कर लेना पड़ रहा है। ट्रस करीब दो महीने नेतृत्व के लिए चली प्रतिस्पर्धा के बाद सत्ता संभालने जा रही हैं। वह ऐसे समय पर देश की बागडोर संभालने जा रही हैं जब उपभोक्ता,कामगार और कारोबारी सरकार से खाद्यान्न और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के प्रभाव को कम करने के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जॉनसन के पास 17 जुलाई से ही अहम फैसले लेने का अधिकार नहीं था
जॉनसन के पास 17 जुलाई से ही अहम नीतिगत फैसले लेने का अधिकार नहीं था, क्योंकि तब उन्होंने अपना पद छोड़ने की घोषणा कर दी थी। इस बीच, उम्मीद की जा रही है कि ट्रस मंगलवार को ही देश की बागडोर संभाल लेंगी। कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व का चुनाव जीतने के बाद वह प्रधानमंत्री के तौर पर पहला भाषण देंगी। उनके पहले भाषण का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि आखिर वह ऊर्जा की बढ़ती कीमत, सर्दियों में आर्थिक मंदी की आहट और कामगारों के बारे में क्या कहती हैं।