Russia News: लंबे समय से रूस और यूक्रेन की जंग में रूस की ओर से लड़ रही निजी आर्मी वैगनर के चीफ प्रिगोझिन ने पिछले दिनों पुतिन के खिलाफ ही विद्रोह कर दिया था। उसके बाद विद्रोह खत्म करके वह बेलारूस चले गए थे। हाल ही में बेलारूस के राष्ट्रपति ने यह कहकर हलचल मचा दी थी कि प्रिगोझिन रूस में ही है। अब क्रेमलिन ने खुद एक बड़ा खुलासा किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रिगोझिन के विद्रोह के बाद प्रिगोझिन से मुलाकत की थी।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने 10 जुलाई को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन विद्रोह के 5 दिनों बाद वैगनर नेता येवगेनी प्रिगोझिन से मिले थे। AP की रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि 29 जून को तीन घंटे की बैठक हुई और इसमें प्रिगोझिन के तरफ से स्थापित सैन्य कंपनी के कमांडर भी शामिल थे।
वैगनर के भाड़े के सैनिकों ने यूक्रेन में रूसी सैनिकों के साथ लड़ाई लड़ी। प्रिगोझिन का रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ लंबे समय से संघर्ष चल रहा था। इस कारण चलते 24 जून को वैगनर ने प्रिगोझिन के नेतृत्व में एक सशस्त्र विद्रोह में किया। वैगनर के चीफ प्रिगोझिन ने बेलारूस में निर्वासन के लिए एक समझौते के बाद विद्रोह समाप्त कर दिया था।
युद्ध के मैदान पर कामों का आकलन
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि 29 जून की बैठक के दौरान पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध के मैदान पर वैगनर के कामों और 24 जून की घटनाओं का आकलन पेश किया। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने कमांडरों के स्पष्टीकरण भी सुने और उन्हें आगे रोजगार और युद्ध में आगे भाग लेने के लिए पेशकश रखी। कमांडरों ने बैठक के दौरान व्लादिमीर पुतिन के सामने अपनी-अपनी बात रखी।