Highlights
- बेलारूस पहुंचे रूसी सैनिक
- रूस का समर्थन कर रहा बेलारूस
- सीमा पर होगी सैनिकों की तैनाती
Belarus in Russia Ukraine War: यूरोप में रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई की वर्तमान परिस्थियां देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे बेलारूस भी इसमें हिस्सा ले सकता है। सीम की सुरक्षा के लिए करीब 9000 रूसी सैनिक बेलारूस में हिस्सा लेंगे। सैनिकों की तैनाती नई जॉइंट फोर्स के तौर पर होगी। सैनिकों का पहला बैच बेलारूस पहुंच गया है और जल्द ही यहां तैनात हो जाएगा। बेलारूस ने इसे पूरी तरह रक्षात्मक उपाय बताया है। जिससे इस बात का डर बढ़ गया है कि बेलारूस भी यूक्रेन के खिलाफ जारी इस जंग में जल्द ही शामिल हो सकता है।
बीते हफ्ते ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके बेलारूस के समकक्ष एलेक्जेंडर लुकाशेंको एक क्षेत्रीय बल स्थापित करने पर सहमत हुए थे। लुकाशेंको ने दावा किया था कि जेलेंस्की (यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की) उनके देश पर हमले करने की साजिश रच रहे हैं। इस बीच जेलेंस्की ने यूक्रेन-रूस सीमा पर अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के मिशन की मांग की है। इससे पहले रूस और यूक्रेन की जंग पर लुकाशेंको ने अपनी बात रखी थी। साथ ही उन्होंने परमाणु हमले को लेकर चेतावनी भी दी थी। जबकि पुतिन कह चुके हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश परमाणु हमला करने से पीछे नहीं हटेगा।
परमाणु हथियारों पर बोले लुकाशेंको
इस मामले में एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि हालांकि रूसी राष्ट्रपति की परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने की कोई योजना नहीं है। उन्हें अगर अलग-थलग किया गया, तो वह अपना रास्ता खोज लेंगे। कुछ दिन पहले ही लुकाशेंको ने देश की पश्चिमी सीमा पर रूस के साथ जॉइंट टेस्ट फोर्स का ऐलान कर दिया था। बेलारूस खुलेआम यूक्रेन के खिलाफ रूस का समर्थन कर रहा है। और वह ऐसा करते हुए पश्चिमी देशों की चेतावनियों को भी दरकिनार कर रहा है। एनबीसी न्यूज को शुक्रवार को दिए एक इंटरव्यू में लुकाशेंको ने कहा कि अगर यूक्रेन ने कुछ सीमाओं को पार किया, तो पुतिन पूर्वी यूरोपीय देश पर अपना सबसे बड़ा हमला कर सकते हैं।
बेलारूस के राष्ट्रपति ने रूस के उन हालियों मिसाइल हमलों का हवाला दिया था, जिसमें यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि अगर रूस को अलग-थलग किया, तो इसी तरह के और हमले भी हो सकते हैं।
केवल यूक्रेन में ही नहीं मचेगी तबाही
लुकाशेंको ने कहा कि रूस के पास सबसे आधुनिक हथियार हैं और उसे युद्ध जीतने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका ये मानना है कि परमाणु हमले का डर केवल राजनीति से प्रेरित है, और अगर ऐसा है, तो इससे तबाही होगी और यूक्रेन अकेला इसका शिकार नहीं बनेगा। यूक्रेनी क्षेत्रों पर रूस के कब्जे, क्रीमिया ब्रिज पर बमबारी और कीव पर हुए हमले, वो घटनाएं हैं, जिन्होंने बीते करीब 8 महीने से जारी इस युद्ध में तनाव काफी बढ़ा दिया है।
परमाणु हमले से हो जाएगा धरती का अंत
पुतिन के करीबी दोस्त लुकाशेंको ने चेतावनी देते हुए कहा कि परमाणु हमला हमारे ग्रह का अंत होगा। अगर एक देश भी परमाणु हथियार का इस्तेमाल करता है, तो इससे कई प्रतीक्रियाएं पैदा होंगी। हालांकि विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि बेलारूस के राष्ट्रपति ने ये बयान केवल डराने के लिए जारी किया है। इससे पहले पुतिन ने एक बयान में कहा था कि वह यूक्रेन को नष्ट करना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन यूक्रेन खुद ही शांति नहीं चाहता है।