वारसा: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूरी दुनिया को चौंकाकर अचानक यूक्रेन का दौरा किया। इस दौरान वे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ नजर आए। वे पोलैंड के रास्ते ट्रेन से यूक्रेन आए थे। इस दौरान उन्होंने रूस पर निशाना भी साधाा। उन्होंने कहा कि रूस अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं हो पाएगा। नाटो के देश पूरी तरह यूक्रेन के साथ खड़े हैं। इन सबके बीच जो बाइडन अब बुधवार को पोलैंड में 'नाटो' के पूर्व क्षेत्र के नेताओं से मुलाकात कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। नाटो के पूर्वी देश रूस के हमले की सबसे ज्यादा जद में हैं। यदि भविष्य में जंग और गहराई तो ऐसी स्थिति में 'नाटो' के पूर्वी देशों को क्या करना होगा, इस रणनीति पर भी चर्चा की उम्मीद है।
नाटो के पूर्वी क्षेत्र में ये देश शामिल
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पोलैंड में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्वी क्षेत्र के नेताओं से मुलाकात करेंगे। नाटो के पूर्वी क्षेत्र में आने वाले देशों को ‘बुखारेस्ट नाइन’ कहा जाता है। इनमें बुल्गारिया, चेक गणराज्य, एस्तोनिया, हंगरी, लात्विया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं।
यूक्रेन पर आक्रमण के एक साल पूरा होने पर ये बोले थे बाइडन
इससे पहले बाइडन ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का एक साल पूरा होने के अवसर पर मंगलवार को वारसा रॉयल कैसल में अपने संबोधन में कहा, 'जब रूस ने आक्रमण किया, तो यह केवल यूक्रेन के लिए परीक्षा नहीं थी। सारी दुनिया ने युगों-युगों तक किसी न किसी परीक्षा का सामना किया है। यूरोप की परीक्षा हुई। अमेरिका की परीक्षा हुई। नाटो की परीक्षा हुई। सभी लोकतांत्रिक देशों की परीक्षा हुई।' बाइडन चार दिन की पोलैंड और यूक्रेन यात्रा पूरी करके बुधवार को अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे।