विएनाः यूक्रेन के बाद अब एक और यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया ने भी पुतिन से पंगा ले लिया है। ऑस्ट्रिया ने बुधवार को कहा कि उसने राजधानी विएना में स्थित रूसी दूतावास के दो राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। एक ऑस्ट्रियाई अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों राजनयिकों को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के चलते निष्कासित किया गया है। विदेश मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि रूस के दो राजनयिक पद पर रहते हुए असंगत कृत्य में शामिल थे, इसलिए उन्हें निष्कासित किया गया है।
आरोप है कि उन्होंने राजनयिकों या उनके कथित कार्यों के बारे में कोई और विवरण नहीं दिया। राजनयिकों ऑस्ट्रिया छोड़ने के लिए 19 मार्च तक का समय दिया गया है। मामले की जानकारी रखने वाले एक ऑस्ट्रियाई अधिकारी ने कहा कि राजनयिकों को जासूसी के आरोप में देश से निष्कासित किया गया है। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर इस बारे में जानकारी साझा की है। ऑस्ट्रिया में रूसी दूतावास ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर कहा कि वह 'रूसी दूतावास के दो कर्मचारियों को देश से निकालने के ऑस्ट्रिया विदेश मंत्रालय के फैसले से नाराज है।
रूस ने जारी किया ये बयान
'' रूसी दूतावास की ओर से जारी किये गये बयान में कहा गया है ‘‘हमारे राजनयिकों को निकालने के बारे में किसी भी प्रकार का कोई सबूत पेश नहीं किया गया। राजनयिकों द्वारा वियना कन्वेंशन का उल्लंघन करने के बारे में भी सबूत नहीं दिया गया है। यह ऑस्ट्रियाई अधिकारियों का पूरी तरह से राजनीतिक निर्णय है, जिसे हम स्पष्ट रूप से स्वीकार नहीं करते हैं।’ (एपी)
यह भी पढ़ें
इन पाकिस्तानियों को रमजान में सरकार नहीं रखने देगी रोजा, जानें क्यों जारी हुआ ऐसा फरमान
भारतीय सेना की शान कैसे बने ALH-ध्रुव हेलीकॉप्टर, जानें इसकी प्रमुख खासियत क्या है