Highlights
- कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद की दौड़ में सुनक आगे
- पार्टीगेट कांड के बारे में ऋषि सुनक ने दिया जवाब
Rishi Sunak: ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने यह खुलासा किया है कि मंत्रिमंडल से पिछले महीने उनके इस्तीफा देने के बाद से निवर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उनके किसी संदेश (मैसेज) या कॉल का जवाब नहीं दिया है। उल्लेखनीय है कि सुनक के इस्तीफा देने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद के लिए दौड़ ने गति पकड़ ली। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन का उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में सुनक और विदेश मंत्री लिज ट्रस के बीच कांटे की टक्कर हो रही है। सुनक से गुरुवार रात दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में आयोजित एक कार्यक्रम में यह सवाल किया गया था कि क्या हाल के सप्ताह में उनकी जॉनसन से बात हुई है।
पार्टीगेट कांड पर बोले सुनक
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद की दौड़ में शामिल प्रत्येक उम्मीदवार से एक प्रश्नोत्तर सत्र में ‘द डेली टेलीग्राफ’ की एसोसिएट संपादक कैमिला टोमीने ने बतौर कार्यक्रम संचालक सुनक से पार्टीगेट कांड के बारे में उनका विचार जानना चाहा। सुनक से पूछा गया कि क्या जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट में कोविड के नियम तोड़ने वाली पार्टियों को लेकर संसद को गुमराह किया था। सुनक ने कहा, ‘‘यह एक संसदीय प्रक्रिया है, सरकारी प्रक्रिया नहीं और मैं सही फैसले लेने के लिए सांसदों की समिति (हाउस ऑफ कॉमंस की विशेषाधिकार समिति) का पूरा सम्मान करता हूं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से उच्च मानदंड में अत्यधिक विश्वास रखता हूं। प्रधानमंत्री बनने के बाद एक चीज जो मैं फौरन करूंगा, यह कि मंत्रियों के लिए एक स्वतंत्र सलाहकार रखूंगा क्योंकि हर किसी को उस विश्वास, सत्यनिष्ठा, शालीनता को जानने की जरूरत है जो राजनीति के केंद्र में है तथा मैं आगे बढ़कर नेतृत्व करूंगा। ’’
नेतृत्व के इस दौड़ में मैंने कभी कुछ गलत नहीं कहा -ऋषि सुनक
इसके बाद, टोमीने ने पूछा कि क्या उन्होंने तब से जॉनसन से बात की है, इस पर सुनक ने जवाब दिया, ‘‘मैंने मैसेज भेजे थे और कॉल किया था लेकिन उन्होंने मेरे कॉल का जवाब नहीं दिया।’’ इस सप्ताह ‘द डेली टेलीग्राफ’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सुनक ने करों में कटौती करने से इनकार कर दिया और उनकी सराहना की गई जब उन्होंने कहा , ‘‘क्रेडिट कार्ड पर 50 अरब पौंड रखना और इसे चुकाने के लिए बच्चों के भरोसे छोड़ना सही नहीं है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘नेतृत्व के इस दौड़ में मैंने कभी वह चीज नहीं कही जो लोग सुनना चाहते हों। लेकिन मैंने वह चीज कही है जिन्हें सुनने की लोगों को जरूरत है।’’