नई दिल्लीः अभी तक अमेरिका और चीन में एक दूसरे को चेतावनी देने का दौर जारी था। दोनों देशों में ताइवान से लेकर जासूसी गुब्बारे समेत कई अन्य मसलों पर तनाव बना हुआ है। इस बीच जर्मनी ने पहली बार ड्रैगन को कड़ी चेतावनी दी है। जर्मनी ने चीन को धमकाते हुए कहा है कि यदि उसने रूस को यूक्रेन के खिलाफ जंग में हथियार भेजना बंद नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जर्मनी की इस धमकी से चीन में खलबली मच गई है। हालांकि अभी तक जर्मनी की इस धमकी भरी चेतावनी को लेकर चीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन अब जर्मनी और चीन के बीच भी तनाव बढ़ना तय माना जा रहा है।
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने साफ तौर पर कहा है कि यदि चीन यूक्रेन में हमले के लिए रूस को हथियार मुहैया कराता है तो उसे इसके गंभीर ‘परिणाम’’ भुगतने होंगे। बहरहाल शोल्ज ने यह भी उम्मीद जताई है कि चीन ऐसा नहीं करेगा। जर्मनी के चांसलर ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से वाशिंगटन में मुलाकात के दो दिन बाद ‘सीएनएन’ को दिए साक्षात्कार में रविवार को यह बात कही है। अमेरिकी अधिकारियों ने हाल में सचेत किया कि चीन रूस को हथियार व गोला-बारूद मुहैया करना शुरू कर सकता है। अपनी यात्रा से पहले शोल्ज ने चीन से हथियार नहीं भेजने और अपने प्रभाव का इस्तेमाल रूस पर यूक्रेन से सैन्य बलों को वापस बुलाने का दबाव बनाने के लिए करने का आग्रह किया।
चीन पर नजर रख रहे अमेरिका और जर्मनी
चीन पर रूस को हथियार सप्लाई करने का आरोप लगने के बाद से ही उस पर अमेरिका और जर्मनी पैनी नजर रख रहे हैं। जर्मनी से पहले अमेरिका भी चीन को इस तरह की चेतावनी दे चुका है। हालांकि तब चीन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उसे (चीन को) परिणाम भुगतने होंगे, लेकिन अभी हम ऐसे पड़ाव पर हैं, जहां हम यह स्पष्ट कर रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए और मुझे उम्मीद है कि इस मामले में हमारे अनुरोध को मान लिया जाएगा, लेकिन हमें इस पर नजर रखनी होगी और हमें बहुत, बहुत सावधान रहना होगा।’
यह भी पढ़ें
अमेरिका के पूर्व रक्षा सचिव का दावा, यूक्रेन पर सफल हुआ रूस तो चीन कर सकता है भारत पर हमला