संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर के लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए जो लक्ष्य तय किया था, वह 2030 तक भी पूरा नहीं हो सकेगा। इससे संयुक्त राष्ट्र चिंतित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के सात अरब से अधिक लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उसके 169 लक्ष्यों में से केवल 17 प्रतिशत लक्ष्य ही 2030 तक हासिल होने की संभावना है। बाकी 83 फीसदी लक्ष्य पूरे नहीं हो सकेंगे। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग आधे लक्ष्यों को लेकर ही कुछ प्रगति दिखाई देती है और केवल 17 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल होने की संभावना है।
रिपोर्ट में कोरोना महामारी के प्रभावों का भी हवाला देते हुए कहा गया है कि 2019 की तुलना में 2022 में 2.3 करोड़ लोग गरीबी और 10 करोड़ से अधिक लोग भूखमरी की चपेट में चले गये। इसमें कहा गया है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लक्ष्य अभी भी बहुत पीछे है। दुनियाभर में केवल 58 प्रतिशत छात्र प्राथमिक विद्यालय स्तर पर पढ़ने में न्यूनतम दक्षता हासिल कर पाए हैं।
युद्ध समाप्त करने का आह्वान
रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्षय ऊर्जा से बिजली पैदा करने की वैश्विक क्षमता पिछले पांच वर्ष से अभूतपूर्व 8.1 प्रतिशत वार्षिक दर से बढ़ रही है। गुतारेस ने जलवायु परिवर्तन से निपटने और "हरित और डिजिटल बदलावों" की दिशा में अधिक कदम उठाये जाने का आह्वान किया। उन्होंने गाजा से लेकर यूक्रेन, सूडान और अन्य जगहों पर युद्ध समाप्त करने के लिए प्रयास करने का भी आह्वान किया। (एपी)
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