जिनेवाः स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाले यूक्रेन शांति सम्मेलन की तैयारियां हो चुकी हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत समेत दुनिया के तमाम देशों से इस सम्मेलन में शामिल होने का आग्रह किया है।बता दें कि इक्वाडोर, आइवरी कोस्ट, केन्या और सोमालिया के राष्ट्रपति यूक्रेन में शांति की दिशा में पहले कदम की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से इस सप्ताहांत आयोजित होने वाले सम्मेलन में कई पश्चिमी राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों तथा अन्य नेताओं के साथ शामिल होंगे।
हालांकि कि इस सम्मेलन में रूस स्पष्ट रूप से अनुपस्थित रहेगा। क्योंकि रूस को शांति सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए निमंत्रण नहीं भेजा गया है। सम्मेलन की मेजबानी कर रहे स्विट्जरलैंड के अधिकारियों का कहना है कि 50 से ज्यादा राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष लेक ल्यूसर्न के नजदीक बुर्गेनस्टॉक रिसॉर्ट में होने वाले इस सम्मेलन में शामिल होंगे। इस सम्मेलन में शामिल होने वालों में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की का नाम भी शामिल है।
50 देशों के 100 से ज्यादा प्रतिनिधि मंडल होंगे शामिल
इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 50 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ लगभग 100 प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहेंगे। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी इस सम्मेलन में भाग लेंगी, जबकि तुर्की और सऊदी अरब ने अपने विदेश मंत्रियों को भेजा है। इस सम्मेलन में पर्यवेक्षक के रूप में ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे प्रमुख विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व निचले स्तर पर होगा। वहीं चीन इस सम्मेलन में भाग नहीं ले रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी से इस सम्मेलन में शामिल होने की अपील की थी। इसलिए भारत सम्मेलन का हिस्सा रहेगा। (एपी)
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