एक मामूली सी चिंगारी की लंदन सहित कई द्विपों को पल भर में बरबाद कर सकता है। दरअसल दूसरे युद्ध के दौरान विस्फोटक से भरा क जहाज़ लंदन के समुद्र में डूब गया था। बताया जाता है कि इसमें 1400 टन बारुद था।
ये अंदेशा युद्ध सामग्री से भरे एसएस रिचर्ड मोंटगोमेरी जहाज़ की हाल ही की तस्वीरों से उपजा है। तस्वीर से पता चला है कि जहाज़ का मलबा केंट बंदरगाह के पास बिखरा हुआ है जिसमें कभी भी विस्फोट हो सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार अगर जहाज़ में विस्फोट होता है तो इससे 97 अरब रुपये का नुकसान हो सकता है। एक इतिहासकार के अनुसार विस्फो़ट होने से समंदर में ऊंची तरंगे ऊठेंगी जिसमें दक्षिणी समुद्र के कई द्वीपों पर बाढ़ आ जाएगी और वे डूब जाएंगे। इसका सबसे ज़्यादा असर केंट बंदरगाह पर पड़ेगा।
71 साल पहले डूबा था एसएस रिचर्ड मोंटगोमेरी जहाज़
एसएस रिचर्ड मोंटगोमेरी जहाज़ 1944 में थेम्स एस्चुयरी से एक मील दूर डूबा था। इसमें 2000 क्लस्टर सहित उच्च क्षमता वाले सैकड़ों बम लदे हुए थे। इसकी निगरानी पर हर साल करीब 40 लाख रुपये ख़र्च होते हैं।
अब तक हर इंग्लैंड की हर सरकार इसके मलबे को लेकर परेशान रही है जो 50 फ़ुट नीचे है और करीब दो कि.मी. तक फैला हुआ है।
इस जहाज़ की सुरक्षा के लिये 1640 फीट तक की घोराबंदी की गई है।