लंदन: ब्रिटिश भौतिकशास्त्री स्टीफन हॉकिंग ने आगाह किया है कि मानवों की आक्रामक प्रवृति और प्रौद्योगिकी की तेजी से विकास परमाणु या जैविक जंग से धरती को तबाह कर सकती है और बस कोई विश्व सरकार ही इस प्रलय से बचा सकती है। बहरहाल, प्रजातियों के तेजी से लुप्त होने, वैश्विक तापमान में इजाफे और कृत्रिम बुद्धि के खतरों के बावजूद हॉकिंग मानवता के भविष्य को ले कर आशावादी हैं।
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दुनिया के सबसे जहीन व्यक्ति के तौर पर जाने जाने वाले ब्रिटिश वैज्ञानिक ने कहा कि वह मुड़ कर अपनी जिंदगी को देखते हैं और शुक्रगुजार होते हैं और भविष्य को सतर्क उम्मीद के आईने में झांकते हैं। इसके साथ ही, मानव के भविष्य पर उन्हें संदेह है और उन्हें फिक्र है कि मानव जाति के पास एक प्रजाति के रूप में जिंदा बने रहने का गुर और कौशल नहीं है। हॉकिंग कहते हैं कि अगर मानवता को भविष्य देखने के लिए जिंदा रहना है तो हमें किसी विश्व सरकार की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा, ‘हमें बहुत तेजी से इन खतरों की पहचान करने और उनके बेकाबू होने से पहले कदम उठाने की जरूरत है। इसका मतलब किसी तरह की विश्व सरकार का गठन है, लेकिन वह निरंकुश बन जा सकती है।’ हॉकिंग कहते हैं कि वह निराशावादी नहीं है। यह सब किसी प्रलय जैसा लग सकता है लेकिन मैं आशावादी हैं। मैं सोचता हूं कि मानव जाति इन चुनौतियों से निबटने के लिए सामने आएगी।