लंदन: देश के सबसे बड़े अस्पताल के नाम से महारानी एलिजाबेथ के नाम को हटाकर इसे बदलने की याचिका पर स्कॉटलैंड में 10,000 से अधिक लोगों ने दस्तखत किये हैं।
इस संबंध में अभियान चला रहे लोगों का कहना है कि 84.2 करोड़ पाउंड की लागत वाले शानदार अस्पताल का नाम 89 वर्षीय महारानी के नाम पर रखना लोकतंत्र की अवज्ञा है और अस्पताल का नाम 20वीं सदी की शुरूआत की तेजतर्रार सामाजिक कार्यकर्ता और शहर की पहली महिला काउंसिलरों में शामिल रहीं मैरी बार्बर के नाम पर किया जाना चाहिए।
पहले अस्पताल का नाम साउथ ग्लासगो यूनीवर्सिटी अस्पताल था। प्रिंस फिलिप द्वारा इस महीने की शुरूआत में इसका औपचारिक उद्घाटन करने के बाद नाम बदलकर क्वीन एलिजाबेथ यूनीवर्सिटी हॉस्पिटल रख दिया गया।
इसके खिलाफ अभियान चलाने वाले और ऑनलाइन अनुरोध जारी करने वाले जॉन बियेटी ने कहा कि अस्पताल का नाम इस तरह रखना अस्वीकार्य है।