Highlights
- डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मौत के कुल मामले 20 लाख से अधिक हो सकते हैं।
- डब्ल्यूएचओ यूरोप ने लोगों से वैक्सीन लगवाने तथा उचित साफ-सफाई का ध्यान रखने का अनुरोध किया।
- डब्ल्यूएचओ ने आपस में एक निश्चित दूरी बनाकर रखने को कहा है, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।
जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के यूरोप कार्यालय ने कहा है कि पूर्वानुमानों के मुताबिक इस महाद्वीप के 53 देशों में अगले वसंत तक कोरोना वायरस महामारी से सात लाख और लोगों की मृत्यु हो सकती है, जिससे संक्रमण से मौत के कुल मामले 20 लाख से अधिक हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ यूरोप का कार्यालय डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में है।
डब्ल्यूएचओ ने संक्रमण से सुरक्षा के उपायों में कमी और वैक्सीन से मामूली बीमारियां सामने आने के बढ़ते साक्ष्यों का हवाला दिया है और कहा कि कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों, 60 साल से अधिक उम्र के लोगों तथा स्वास्थ्य कर्मियों समेत सबसे अधिक संवेदनशील आबादी को वैक्सीन की बूस्टर खुराक देने में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
हालांकि, जिनेवा में डब्ल्यूएचओ के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय ने साल के अंत में बूस्टर खुराकों के उपयोग पर रोक की बार-बार वकालत की है ताकि उन अनेक विकासशील देशों के लिए खुराक उपलब्ध कराई जा सकें, जहां अमीर देशों की तुलना में कोविड वैक्सीन की कमी रही है। डब्ल्यूएचओ यूरोप ने लोगों से वैक्सीन लगवाने तथा उचित साफ-सफाई का ध्यान रखने का अनुरोध करते हुए आपस में एक निश्चित दूरी बनाकर रखने को कहा है, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।
डब्ल्यूएचओ यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक डॉ क्लूजे ने एक बयान में कहा, ‘‘आज पूरे यूरोप और मध्य एशिया में कोविड-19 की स्थिति बहुत गंभीर है। हमारे सामने आने वाली सर्दियों की चुनौती है, लेकिन हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि हम सब-सरकारें, स्वास्थ्य अधिकारी और आम लोग महामारी पर काबू पाने में निर्णायक कार्रवाई कर सकते हैं।’’