शीतयुद्ध से चली आ रही अमेरिका-तुर्की मित्रता पड़ गई थी खतरे में
अमेरिका और तुर्की की दशकों पुरानी मित्रता तब खतरे में पड़ती नज़र आ रही थी, जब तुर्की ने सीरिया की सीमा से लगे अपने एयरबेस का इस्तेमाल करने से अमेरिका को मना कर दिया था। अमेरिका उन एयरबेस का इस्तेमाल करके ISIS पर हमले करना चाहता था। तब तुर्की यह नहीं मानता था कि ISIS से क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को कोई खतरा है, लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि ISIS की आतंकवादी वारदातों ने अब तुर्की को भी यह स्वीकार करने के लिए विवश कर दिया है कि वास्तव में ISIS एक गंभीर खतरा है।