मॉस्को: सीरिया के मसले पर एक बार फिर अमेरिका और रूस के बीच बुरी तरह ठन गई है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका और इसके सहयोगी सीरिया में नए मिसाइल हमलों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। बयान में कहा गया है कि यह हमला सीरियाई सरकार के 'रासायनिक हमले' में हाथ होने के बहाने से किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका ने रूस से कहा है कि यदि सीरिया के राष्ट्रपति विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके को पाने के लिए रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करते हैं तो वह जोरदार हमले करेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कई स्वतंत्र सूत्रों से सूचना की पुष्टि का हवाला देते हुए कहा कि सीरिया के इदलिब प्रांत में सीरियाई सरकार द्वारा योजनाबद्ध 'रासायनिक हमले' वास्तव में हयात तहरीर अल-शाम आतंकवादी समूह द्वारा ब्रिटेन के कर्मियों की मदद से किया गया था। हयात तहरीर अल शाम आंतकवादी समूह को पहले 'जबात अल नुसर' के नाम से जाना जाता था।
कोनाशेनकोव ने कहा कि क्लोरीन के 8 टैंक और आतंकवादियों के एक विशेष समूह को रासायनिक हमले के लिए इदलिब लाया गया है। आतंकवादियों के इस विशेष समूह को ब्रिटेन के निजी सैन्य कंपनी की देखरेख में जहरीले पदार्थों का प्रबंधन करने में प्रशिक्षित किया गया था। कोनाशेनकोव ने शनिवार को कहा, ‘ब्रिटेन के विशेष सेवाओं की सक्रिय भागीदारी के साथ इसके क्रियान्वयन की कार्रवाई की वजह से यह अमेरिका, ब्रिटेन व फ्रांस को सीरिया पर मिसाइल व हवाई हमले करने का अवसर देता है।’