लंदन: ब्रिटेन की सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले सप्ताह यहां की यात्रा के दौरान पार्लियामेंट स्क्वायर पर भारतीय झण्डे का अपमान करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफकार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है। घटना के एक दिन बाद 18 अप्रैल को हाउस ऑफ कॉमन्स में यह मुद्दा उठाने वाले कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन की पुलिस जांच की मांग को लेकर दबाव डालने के लिए ब्रिटेन की गृह मंत्री अंबर रुड और सदन की नेता को पत्र लिखने की योजना है। ब्लैकमैन ने कहा कि पुलिस जांच की मांग को लेकर वह गृह मंत्री और सदन की नेता को लिखेंगे।
वहीं, भारत सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि उसे उम्मीद है कि तिरंगे का अपमान करने और मामला भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कृत्य को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर चेंज डॉट ओआरजी पर दायर ऑनलाइन याचिका पर 7,500 लोगों ने हस्ताक्षर किया है। फेंड्स ऑफ इंडिया सोशायटी इंटरनेशनल (FISI) ब्रिटेन की ओर से यह पहल की गई है।
ब्रिटेन के 400 हिन्दू संगठनों के शीर्ष संगठन हिन्दू फोरम ऑफ ब्रिटेन (HFB) ने भी ब्रिटेन की गृह मंत्री को पत्र लिखकर प्रदर्शन के दौरान ब्रिटिश नागरिकों के खिलाफ ‘घृणा अपराध’ करने वाले लोगों एवं सिख फेडरेशन यूके के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया है। इस घटना के बाद से ही ब्रिटेन समेत पूरी दुनिया में फैले भारतीयों का आक्रोश सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला था।