वॉशिंगटन: ब्रिटेन सरकार ने संकेत दिया है कि वह सीरिया के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का समर्थन करने के लिए तैयार है। ब्रिटेन का कहना है कि इस बात की काफी संभावना है कि असद सरकार ने ही अपने ही लोगों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के वरिष्ठ मंत्रियों के बीच गुरुवार को हुई एक कैबिनेट बैठक में सैन्य कार्रवाई की जरूरत पर सहमति बनी लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ब्रिटेन क्या कदम उठाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मंत्रियों ने कहा कि असद सरकार द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को रोकने और मानवीय स्थिति में सुधार की जरूरत है। बयान के मुताबिक, टेरीजा ने पूर्वी गूता के डौमा में रासायनिक हमले को सकते में डालने वाला और बर्बर कृत्य बताया, जिसमें बच्चों सहित 75 लोगों की मौत हो गई थी। बयान के मुताबिक, ब्रिटेन इसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई में अमेरिका और फ्रांस का साथ देगा। थेरेसा मे ने सीरियाई स्थिति को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के रुख के बारे में गुरुवार रात को राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात की।
इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी कि असद सरकार ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का एक खतरनाक चलन शुरू किया है। इससे पहले गुरुवार को सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि डौमा पर संदिग्ध रासायनिक हमले के आरोप मनगढ़ंत हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि उनके देश के पास सबूत हैं कि असद सरकार ने डौमा में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया और वह इस संदर्भ में अमेरिकी कार्रवाई का समर्थन करेंगे।