लंदन: ब्रिटिश सरकार ने एक अहम नीतिगत उलटफेर करते हुए सर्दियों की अवधि में सबसे गरीब बच्चों को नि:शुल्क स्कूल भोजन देने के लिए सहमति जता दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने पहले स्कूल की छुट्टियों के दौरान कमजोर बच्चों के लिए मुफ्त स्कूल भोजन देने की योजना का विस्तार करने के लिए विपक्षी लेबर पार्टी के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था। अब सरकार ने यह कदम फुटबालर मार्कस रैशफोर्ड द्वारा बच्चों की गरीबी के खिलाफ चलाए गए एक निरंतर अभियान के बाद उठाया है।
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा, ब्रिटिश सरकार ने कहा कि स्थानीय परिषदों के माध्यम से वितरित किए जाने वाले 170 मिलियन पाउंड (लगभग 223.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के फंड समेत लगभग 400 मिलियन पाउंड (लगभग 526.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर) इस योजना के लिए खर्च किए जाएंगे। इससे परिवारों को भोजन और बिलों को भरने में मदद दी जाएगी।
पिछले महीनों में इंग्लैंड में छुट्टियों में मुफ्त स्कूल भोजन देने के निर्णय को बदलने के डाउनिंग स्ट्रीट पर फुटबॉलर के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन के जरिए दबाव बढ़ रहा था।
गुरुवार को लागू हुए नए कोविड-19 लॉकडाउन नियमों के तहत देश इंग्लैंड में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खुले रखे गए हैं, जबकि यहां फिर से मामलों में खासी वृद्धि हो रही है।