मास्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने देश की संसद के सालाना स्टेट आफ द यूनियन एड्रेस में कहा कि तुर्की को रूस के एसयू-24 लड़ाकू विमान को मार गिराने के लिए कई बार खेद जताना होगा। पुतिन ने तुर्की के नेतृत्व पर आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रूस जानता है कि तुर्की में कौन अवैध तेल व्यापार से और आतंकवाद को हवा देकर धन बना रहा है।
रूसी नेता ने यह भी कहा कि रूस, तुर्की की जनता को दोस्त मानता है और उसकी कोई इच्छा तुर्की को विमान गिराने के मामले में धमकियां देने की नहीं है। पुतिन ने तुर्की पर रूस के और प्रतिबंधों का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि तुर्की सिर्फ कृषि उत्पादों और निर्माण कंपनियों पर रोक को ही नहीं झेलेगा। विमान गिराने पर तुर्की ने माफी मांगने से इनकार किया है। इसके बाद से रूस ने उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। फिलहाल दोनों देशों के संबंध में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है।
तुर्की और रूस के संबंधों में तनाव आने पर इसे नाटो और रूस के बीच बढ़ता तनाव बताया जाने लगा। ऐसा प्रतीत होने लगा था कि अगर रूस बदला लेने के लिए तुर्की पर हमला करता है, तो नाटो के सदस्य देश तुर्की की मदद के लिए आगे आएंगे, जिससे एक बड़ा संकट पैदा हो जाएगा।