अंकारा: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद तुर्की ने सोमवार को पलटवार किया है। तुर्की ने ट्रंप की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाकों के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। ट्रंप ने तुर्की को चेतावनी दी थी कि कुर्द लड़ाकों पर हमला करने पर उसे आर्थिक तबाही का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि कुर्द लड़ाकों ने अमरिकी सेना के सीरिया से हटने पर नाराजगी जताई थी क्योंकि उन्हें डर था कि ऐसा करने पर उन्हें तुर्की के हमले का सामना करना पड़ेगा।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के प्रवक्ता इब्राहिम कलिन ने ट्वीट किया कि इस्लामिक स्टेट और ‘कुर्द पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट’ (YPG) लड़ाकों के बीच कोई ‘अंतर नहीं’ है। उन्होंने लिखा, ‘हम उन सभी के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।’ तुर्की की यह प्रतिक्रिया ट्रंप के रविवार को किए उस ट्वीट के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था, ‘कुर्द बलों पर हमला करने पर तुर्की को आर्थिक रूप से तबाह कर देंगे।’ इसके जवाब में कलिन ने ट्वीट किया, ‘डोनाल्ड ट्रंप, आतंकवादी आपके साझेदार और सहयोगी नहीं हो सकते। तुर्की उम्मीद करता है कि अमेरिका हमारी रणनीतिक साझेदारी का सम्मान करे।’
ट्रंप ने सीरिया से 2000 अमेरिकी सैनिक वापस बुलाने की पिछले महीने घोषणा कर सबको चौंका दिया था। वापसी की यह प्रक्रिया पिछले सप्ताह शुरू भी कर दी गई। अमेरिकी सैनिकों की वापसी से अमेरिका के कुर्द सहयोगियों पर तुर्की के हमले का खतरा बढ़ गया है। अंकारा कुर्द बलों को आतंकवादियों के रूप में देखता है। ट्रंप ने इस्लामिक स्टेट को भी चेतावनी दी कि अगर वह अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करता है तो अमेरिका नजदीकी सैन्य ठिकानों से उसे निशाना बनाएगा। वहीं उन्होंने कुर्द से भी अंकारा को ना उकसाने की अपील की थी।