नीस (फ्रांस): फ्रांस के शहर नीस में एक ट्रक ने भीड़भाड़ वाली सड़क पर सैकड़ों लोगों को कुचल दिया जिसमें 84 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल है। इस घटना के तुरंत बाद ट्रक ड्राइवर को मार गिराया गया। फ्रांस के राष्ट्रपति ने इसे आतंकी हमले की घोषणा कर दी है जिसके बाद इमरजेंसी तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है। हालांकि अभी तक किसी आतंकी ग्रुप ने इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है। वहीं इस हमले के बाद फ्रांस में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान कर दिया गया है।
नेशनल डे समारोह के दौरान भीड़ में घुसा ट्रक
बताया जा रहा है कि नीस के लोग नेशनल डे सेलिब्रेशन के बाद आतिशबाज़ी का लुत्फ उठा रहे थे इसी दौरान ट्रक ने लोगों को कुचल दिया। चश्मदीदों के मुताबिक ट्रक से कुचले गए लोगों की लाशें दूर-दूर तक बिखरी हुई थी और सड़क पर खून ही खून फैला हुआ था। इस हमले के बाद सैकड़ों लोग डर के मारे सड़क पर चिल्लाते-भागते नज़र आए।
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खास बात ये है कि ये हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब फ्रांस में पिछले साल हुए आतंकवादी हमले के बाद लगे इमरजेंसी से बाहर निकलने की घोषणा की गयी थी। पिछले साल नवंबर में भी ISIS ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में एफिल टावर के पास हमला किया था जिसमें 130 लोगों की मौत हो गई थी। आज की घटना को भी ऐसे ही हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। चश्मदीदों का कहना है कि ट्रक में बंदूक और बम बारूद भी थे। इस घटना के बाद ट्रक ड्राइवर को रोकने के लिए गोलियां चलायी गयी इसी गोलीबारी में ट्रक ड्राइवर ढेर हो गया।
हमले की दर्दनाक तस्वीरें-
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है। पीएम मोदी ने कहा है कि दुख की इस घड़ी में फ्रांस के भाई-बहनों के साथ भारत खड़ा है।
ओबामा ने की हमले की निंदा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस हमले की निंदा की है। ओबामा ने इस आंतकवादी हमले की जांच में भी हर मुमकिन मदद का भी भरोसा दिया है। ओबामा ने कहा है कि अमेरिकी जनता की ओर से मैं इस खौफनाक आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं, जिसमें दर्जनों बेगुनाह लोगों की जान गयी है।
विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, आज नीस में बेकसूर लोगों पर किया गया हमला एक ऐसे दिन किया गया है, जिस दिन स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे का जश्न मनाया जाता है। दिन के समय केरी बासटील डे के जश्न के अवसर पर फ्रांसीसी अधिकारियों के साथ पेरिस में मौजूद थे। उन्होंने कहा, अमेरिका संकट की इस घड़ी में फ्रांसीसी लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ा रहेगा। हम हर जरूरी मदद उपलब्ध करवाएंगे।
शक की सुई ISIS पर
अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले के पीछे कौन है लेकिन फ्रांस के अधिकारियों को शक है कि इसके पीछे ISIS का ही हाथ है। हमले का जो तरीका है उससे उन्हें ISIS पर ही शक है।