संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र ने फ्रांस में हुए बर्बर एवं कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की निंदा की और अपराधियों को कानून के दायरे में लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दोहराया कि आतंकवाद का हर रूप एवं तरीका अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के समक्ष मौजूद सबसे गंभीर खतरों में से एक है। यूएनएससी ने एक बयान में कहा, सुरक्षा परिषद के सदस्य बास्तील दिवस पर हुए इस बर्बर एवं कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
फ्रांस के नीस में भीड़ पर किए गए एक ट्रक हमले में कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए। इस हमले से मात्र आठ महीने पहले पेरिस में भीषण आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 130 लोग मारे गए थे। परिषद ने पीडि़तों के परिजन के प्रति गहरी सहानुभूति एवं संवेदना प्रकट करते हुए दोहराया कि आतंकवाद का हर कृत्य आपराधिक है और उसे सही नहीं ठहराया जा सकता, भले ही उसका मकसद कुछ भी हो या उसे किसी ने भी अंजाम दिया हो। यूएनएससी ने एक बयान में कहा, सुरक्षा परिषद के सदस्य इन आतंकवादी कृत्यों के अपराधियों को न्याय के कानून में लाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।
महासभा के अध्यक्ष मोगेंस लिकेटोफ्ट ने कहा, निर्दोष नागरिकों को मारा जाना आतंकवादियों द्वारा हर प्रकार की मानवता के घोर उल्लंघन का एक और भयावह उदाहरण है। हमने हालिया कुछ सप्ताह में सामूहिक रूप से इस प्रकार से लोगों को मारे जाने की विश्वभर में कई घटनाएं देखी हैं और अब आतंकवाद के विरोध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने हाल में नरसंहार की कई घटनाओं को झेलने वाली फ्रांस की सरकार एवं लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।