Friday, January 10, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. यूरोप
  4. खतना करते हुए जब डॉक्टर ने काट दिया बच्चे का लिंग

खतना करते हुए जब डॉक्टर ने काट दिया बच्चे का लिंग

दुनिया के कईं देश ऐसे हैं जो इस प्रथा से जूझ रहे हैं। इसी के चलते हाल ही में एक मामला सामने आया है जहां एक डॉक्टर ने......

India TV News Desk
Published : April 04, 2017 17:02 IST
Circumcision
Circumcision

जिनीवा: आज दुनिया भर में खतना प्रथा एक अभिशाप बन गई है। दुनिया के कईं देश ऐसे हैं जो इस प्रथा से जूझ रहे हैं। इसी के चलते हाल ही में एक मामला सामने आया है जहां एक डॉक्टर ने खतना करने के दौरान 4 साल के बच्चे का लिंग ही काट दिया। यह मामला स्विट्जलैंड की है। यहां डॉक्टर पर लापरवाही के चलते बच्चे को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है। स्विट्जरलैंड के अभियोजन पक्ष के वकील जूडथ लिवाइ ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 2014 में एक सर्जरी के दौरान हुई इस घटना को रफा-दफा करने की कोशिश की।

एक अंग्रेजी पत्रिका के अनुसार पीड़ित के घर वालों ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद भी डॉक्टर बच्चे को अस्पताल ले जाने के बावजूद 4 घंटे तक बच्चे के जिनीवा में मूत्र नलिका तलाश करते रहे। वकील चार्ल्स जोय का कहना है कि आरोपी डॉक्टर ने अपने अबतक के करियर में 2,500 से भी ज्यादा लोगों का खतना किया है। वकील के मुताबिक, उसके मुवक्किल ने पीड़ित बच्चे के परिवार को तत्काल ही कह दिया था कि वे बच्चे को इलाज के लिए जिनीवा यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाएं। आरोपी डॉक्टर इटली का रहने वाला है।

पीड़ित बच्चा अल्जीरिया का रहने वाला है। घटना उस समय की है जब बच्चे के माता-पिता अपने 4 साल के बच्चे का खतना कराने के लिए डॉक्टर के पास ले गए। बच्चे के माता-पिता खतने की इस प्रथा को कैमरे में कैद कर रहे थे। उसी दौरान बच्चा अपनी जगह से खिसका और डॉक्टर ने उसका लिंग काट दिया। इसके बाद डॉक्टर ने लिंग को दोबारा शरीर से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन उसके पास मूत्रनलिका नहीं थी। डॉक्टर का कहना है कि बच्चे का परिवार खतने के दौरान उसकी फोटो ले रहा था इसी वजह से यह हादसा हुआ। बच्चे का लिंग दोबारा जोड़ा जा चुका है, लेकिन इसके लिए उसे 4 ऑपरेशन करवाने पड़े।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Europe News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement