रोम: इटली की पुलिस ने कैथलिक ईसाइयों के सर्वोच्च धर्म गुरु पोप फ्रांसिस को धमकाने के मामले में कोसोवो के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी एक जेहादी गुट से संबद्ध बताए गए हैं। पुलिस ने कहा कि एक इंटरनेट संदेश में कहा गया था, "याद रहे। इस पोप के बाद अब कोई दूसरा पोप नहीं होगा। यह आखिरी हैं।"
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार संदिग्ध जेहादी, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे। इन्होंने कोसोवो में अमेरिकी राजदूत को भी धमकाया था। इन्होंने 13 नवंबर को पेरिस पर हमले के बाद जश्न मनाया था। जांचकर्ताओं ने कहा कि यह गुट किसी खास साजिश में शामिल नहीं लग रहा है। लेकिन, ये बेहद खतरनाक है और इसके कोसोवो के इस्लामिक स्टेट के सदस्य लावदरिम मुहाजेहरी से संबद्ध सीरिया में सक्रिय जेहादियों से संबंध हैं।
इस गुट के सरगना सामेत इमिश्ती को कोसोवो के एक गांव से पकड़ा गया जबकि तीन अन्य को उत्तरी इटली से हिरासत में लिया गया। इनमें सामेत का भाई भी शामिल है। ब्रेस्किया की आतंकवाद रोधी पुलिस के प्रमुख जियोवान्नी डी स्टावोला ने कहा कि हमने इन्हें उस वक्त पकड़ा जब यह कुछ ऐसा करने में लगे हुए थे जिसके नतीजे निश्चित ही इटली के लिए नकारात्मक होते। उन्होंने कहा कि इस आपरेशन की शुरुआत बीते साल हो गई थी जब जांचकर्ताओं ने फेसबुक पर समूह देखा था जिसका शीर्षक था-'तुम्हारे साथ या तुम्हारे बिना-लौट आई है खिलाफत।'
कोसोवो में मारे गए छापे में बंदूक और कंप्यूटर साफ्टवेयर बरामद किए गए हैं। इन साफ्टवेयर का इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए अन्य संदिग्ध आतंकियों से संवाद के लिए किया जाता था। इटली के गृह मंत्री अंजेलिनो अल्फानो ने मंगलवार को मारे गए छापों की सराहना की और कहा कि यह पुलिस का एक और आतंकवाद रोधी आपरेशन था जिसने इटली में जेहादी गुट को ध्वस्त कर दिया।