ब्रसेल्स | विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बेल्जियम के उप-प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डिडिएर रेंडर्स से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा के साथ क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। स्वराज चार देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बुधवार को लक्जमबर्ग से बेल्जियम पहुंची थीं। इससे पहले वह फ्रांस और इटली गई थीं।
दोनों देश माना रहें है संबंधों के 70 साल का जश्न
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘‘बेहतरीन द्विपक्षीय संबंधों के 70 साल का जश्न मना रहे हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के एगमोंट पैलेस पहुंचने पर बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डिडिएर रेंडर्स ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट करके कहा, ‘‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और डिडिएर रेंडर्स ने प्रतिनिधि स्तर की बातचीत की अगुवाई की। दोनों नेताओं ने हमारे द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा के साथ ही क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
भारत की यूरोपीय संघ में रणनीतिक भागीदारी पर हुई चर्चा
’’सुषमा ने यूरोपीय संघ (ईयू) के समकक्ष फेडेरिका मोघरिनी से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आतंकवाद निरोधक, समुद्री सुरक्षा, व्यापार व निवेश सहित विभिन्न मुद्दों पर ‘ सार्थक ’ चर्चा की। रवीश ने ट्वीट किया, ‘‘ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईयू उच्च प्रतिनिधि फेडेरिका मोघरिनी से मुलाकात की। भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक भागीदारी की मौजूदा संभावनाओं के समुचित दोहन पर शानदार चर्चा हुई जिसमें 2017 में भारत ईयू सम्मेलन में लिए गए निर्णयों को लागू करना भी शामिल था।’’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श
प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके ईयू समकक्ष फेडेरिका मोघरिनी ने विदेश नीति, व्यापार, निवेश तथा सुरक्षा मुद्दों पर विचार विमर्श किया।’’ विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार सुषमा तथा मोघरिनी ने विदेश नीति तथा सुरक्षा सहयोग खासतौर पर आतंकवाद रोधी, साइबर क्राइम, समुद्री सुरक्षा तथा हिंद महासागर की सुरक्षा जैसे मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की। बेल्जियम यात्रा के दौरान सुषमा ने भारत और ईयू सामरिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए ईयू नेतृत्व के साथ गहन विचार विमर्श किया। भारत और ईयू 2004 से सामरिक साझेदार हैं।