लंदन: ब्रिटेन में दस में से करीब आठ कंपनियां पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले अधिक वेतन देती हैं। आज प्रकाशित आंकड़ों से कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव की लंबे समय से चल रही बात पर मुहर लग गयी है। प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने पिछले साल कानून लाकर 250 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों के लिए लैंगिक आधार पर वेतन में अंतर की जानकारी सरकारी समानता कार्यालय को देने को अनिवार्य बना दिया था। कार्यालय ने अब इन आंकड़ों को प्रकाशित किया है। (रूस पर लगाए प्रतिबंधों से पड़ सकता है भारत-अमेरिकी रिश्तों पर असर )
कंपनियों को विवरण प्रस्तुत करने के लिए बुधवार की मध्यरात्रि तक का समय दिया गया था। इस दौरान 10,015 कंपनियों ने अपने आंकड़े जमा किये। दूसरी ओर जो कंपनियां ऐसा करने में विफल रही हैं, उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
आज प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक 78 प्रतिशत वाणिज्यिक और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां पुरुष कर्मियों को महिलाओं की तुलना में अधिक वेतन देती हैं। जबकि 14 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि वे महिलाओं को अधिक वेतन देती हैं। वहीं आठ प्रतिशत कंपनियों के आंकड़े में कहा गया है कि वे पुरुषों और महिलाओं को वेतन देने में कोई भेदभाव नहीं करती हैं। सभी कंपनियों में पुरुषों और महिलाओं के वेतन में 12 प्रतिशत का औसत अंतर पाया गया है।