मास्को: रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को कहा कि तुर्की विमानों के हमले में मार गिराए गए रूसी विमान के एक पायलट को बचा लिया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, पायलट को रूसी और सीरियाई फौजियों ने सुरक्षित और अच्छी हालत में बचा लिया है और उसे सीरिया के हिमेमिम हवाई अड्डे ले जाया गया है।
तुर्की के विमानों ने मंगलवार को रूस के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था। तुर्की का कहना है कि रूसी विमान ने उसकी वायु सीमा का अतिक्रमण किया था और चेतावनी को अनदेखा किया था। हालांकि, रूस का कहना है कि विमान ने तुर्की की वायु सीमा का उल्लंघन नहीं किया था। विमान सीरिया की सीमा के अंदर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ मिशन पर था।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बुधवार को कहा कि एस-300 प्रक्षेपास्त्र रोधी प्रणाली को हिमेमिम हवाई अड्डे पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह "किसी भी संभावित खतरनाक हवाई निशानों को नष्ट करेगा।" इस हवाई अड्डे पर रूसी वायुसेना का समूह आतंकवादियों पर हमलों के लिए तैनात है।
पुतिन ने मंगलवार को कहा था कि विमान को गिराया जाना 'आतंकवादियों के मददगारों द्वारा पीठ में छुरा घोंकना है।' रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने रूसी विमान को मार गिराए जाने के लिए बुधवार को तुर्की की निंदा करते हुए उसे नुकसान भुगतने की चेतावनी दी।
एक आधिकारिक बयान में मेदवेदेव ने कहा कि इस घटना के तीन नतीजे होंगे। उन्होंने कहा, "पहला यह कि रूस और नाटो के बीच रिश्ते खतरनाक हद तक खराब होंगे।" उन्होंने कहा, "दूसरा यह कि तुर्की की कार्रवाई ने वस्तुत: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के संरक्षण को साबित किया है।" उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी मिली है कि तुर्की के कुछ अधिकारियों के इस्लामिक स्टेट के लोगों से सीधे वित्तीय संबंध हैं।
रूसी प्रधानमंत्री ने कहा, "तीसरा यह कि रूस और तुर्की के बीच लंबे समय से चला आ रहा अच्छे पड़ोसी का रिश्ता प्रभावित हुआ है। इनमें आर्थिक और मानवतावादी क्षेत्रों का रिश्ता भी शामिल है।" रूस के रक्षा मंत्रालय ने तुर्की द्वारा रूस के विमान को गिराए जाने को 'जान बूझकर की गई कार्रवाई' बताया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "यह न तो दुर्घटना है और न ही गलती। यह जान बूझकर की गई एक ऐसी कार्रवाई है जो आज से पहले कभी नहीं हुई।" प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना का असर सीरिया संकट के हल के लिए रूस के प्रयासों पर नहीं पड़ेगा।