मास्को: मिस्र में रूसी प्लेन क्रैश के 17 दिन बाद आज रूस ने पहली बार ये माना कि ये हादसा नहीं बल्कि आतंकी हमला था। आज ये बात सामने आई कि रूस के जिस एयरोप्लेन क्रैश में 224 लोगों की मौत हुई थी उसमें आईएसआईएस (ISIS) ने बम प्लांट किया था। अब रूस 224 बेगुनाहों के हत्यारों को खोज-खोज कर मारेगा।
रूस ने कहा है कि मिस्र के सिनाई में उसका यात्री विमान आतंकवादी कार्रवाई के तहत गिराया गया। 31 उक्टूबर को हुए इस क्रैश में विमान में सवार सभी 224 लोग मारे गए थे।
रूस के सुरक्षा प्रमुख ने आज राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रिपोर्ट दी। एफसीबी चीफ एलेक्जेंडर बोर्टनिकोव ने कहा, ‘जिस बम से प्लेन को उड़ाया गया, वो एक होम मेड बम था। उसमें एक किलोग्राम टीएनटी भरा हुआ था। यात्रियों के शवों पर विदेशी विस्फोटकों के निशान पाए गए। जिससे ये साबित होता है कि ये आतंकी हमला था।’
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आईएसआईएस के आतंकियो को लेकर कहा, ‘वो इस धरती पर जहां भी छिपे हुए हैं, हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे और सजा देंगे।’
बता दे कि हादसे के बाद इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली थी लेकिन इन दावों को पहले खारिज कर दिया गया था।
मिस्र के सिनाई क्षेत्र में 31 अक्तूबर को शर्म अल शेख़ से सेंट पीटर्सबर्ग के लिए रूसी विमान ने उड़ान भरी थी जिसके बाद ये हादसा हुआ था। जो 224 लोग मारे गए थे उनमें महिलाएँ और 24 बच्चे भी शामिल थे। मृतकों में ज़्यादा रूसी नागरिक थे।