मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अक्सर कुछ ऐसा करते हैं कि दुनियाभर में चर्चा के केंद्र में आ जाते हैं। इस बार रूसी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अपनी धार्मिक आस्था दर्शाते हुए बर्फीली झील के पानी में डुबकी लगाई। खास बात यह है कि जिस समय पुतिन ने झील में डुबकी लगाई, उस समय इलाके का तापमान शून्य से भी 6-7 डिग्री सेंटिग्रेड नीचे था। इस कड़ाके की ठंड में आर्थोडॉक्स चर्च की ओर से पुण्य कर्म के लिए शीतल जल में स्नान करने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन की ही तरह दुनियाभर के आर्थोडॉक्स ईसाई धर्मावलंबियों ने इस अवसर पर अपने आसपास की बर्फीली झीलों में स्नान किया। रूस में यह परंपरा 16वीं सदी से चली आ रही है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव के मुताबिक, झील में स्नान करने से पूर्व पुतिन वहां पश्चिमी सेलिगर लेक पर स्थित निलोव मोनास्ट्री में आयोजित विशेष प्रार्थनासभा में शामिल हुए। पेस्कोव ने कहा कि इस साल इलाके में तापमान अन्य वर्षो की तरह था, फिर भी शून्य से 6-7 डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया।
आपको बता दें कि जिस सेलिगर झील में पुतिन ने डुबकी लगाई, वह मॉस्को से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर में स्थित है। इस बर्फीले पानी में राष्ट्रपति पुतिन के डुबकी लगाने की तस्वीरें इंटरनेट पर भी वायरल हो रही हैं। झील में डुबकी लगाने के पहले पुतिन ने वहां जमी बर्फ पर चहलकदमी भी की। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में करीब 18 लाख रूसी लोगों ने इस अवसर पर बर्फ जमी झील में स्नान किया।