मॉस्को: रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन की सीमा के पास देश के पश्चिमी भाग में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती NATO से खतरे के बीच सैन्य अभ्यास की तैयारियों का हिस्सा है। शोइगु ने कहा कि पश्चिमी रूस में सैन्य अभ्यास अभी और 2 हफ्ते तक चलेगा। उन्होंने शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बैठक में कहा कि जारी सैन्य अभ्यास अमेरिका और नाटो के सदस्य देशों द्वारा रूस की सीमा के पास उनके सैनिक बढ़ाने की निरंतर कोशिशों का जवाब है। बता दें कि यूक्रेन की सीमा के पास रूस ने हजारों सैनिकों को सैन्य साजोसामान और हथियारों के साथ तैनात किया है।
अमेरिका ने रूस से तनाव घटाने की अपील की
इस बीच, व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर वार्ता के दौरान इस घटनाक्रम को लेकर चिंता जताई और रूस से तनाव घटाने की अपील की। वहीं, एक अलग बैठक में यूक्रेन के विदेश मंत्री, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन का पुरजोर समर्थन किया तथा रूस को पूर्व सोवियत संघ की पूर्वी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी दी। हालिया तनाव के बीच, अमेरिका ने तुर्की से कहा कि 2 अमेरिकी युद्ध पोत 14 और 15 अप्रैल को वापस काला सागर जाएंगे तथा वहा 4 और 5 मई तक रूकेंगे।
‘अमेरिका हमारी शक्ति की परीक्षा ले रहा है’
बता दें कि काला सागर में अतीत में अमेरिकी युद्ध पोतों के निरंतर जाने से रूस नाराज रहा है। वहीं, रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने अमेरिकी युद्ध पोतों की ताजा तैनाती की निंदा करते हुए इसे खुलेआम उकसाने वाला बताया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी जहाजों का हमारे तटों से कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए। वे हमारी शक्ति की परीक्षा ले रहे हैं और हमारे सब्र से खिलवाड़ कर रहे हैं।’ उन्होंने मंगलवार को फिर से कहा, ‘यदि किसी तरह का तनाव बढ़ता है तो हम अपनी सुरक्षा सुनश्चित करने के लिए हर चीज करेंगे।’