जुकोवस्की (रूस): भारतीय वायुसेना को आने वाले दिनों में जबर्दस्त ताकत मिल सकती है। इंडियन एयरफोर्स को रूस अपना नया फाइटर प्लेन MiG-35 बेचना चाहता है। MiG कॉर्पोरेशन के चीफ ने कहा है कि भारत ने इस फाइटर प्लेन में अपनी दिलचस्पी दिखाई है और इसके बारे में बातचीत जारी है। MiG-35 ने इस साल जनवरी में लगभग 10 साल बाद दूसरी बार उड़ान भरी थी। रूस का यह विमान अब पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक होकर लौटा है और सारी दुनिया इस विध्वंसक प्लेन में दिलचस्पी ले रही है।
MiG चीफ ने कहा कि भारत ने MiG-35 को खरीदने में रूचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत लगभग 50 वर्षों से मिग विमानों का इस्तेमाल कर रहा है और मिग कॉर्पोरेशन ने जिन शुरुआती देशों को अपने इस नए विमान का प्रस्ताव दिया उनमें भारत भी है और भारत को अपने सबसे आधुनिक विमान की आपूर्ति का इरादा रखता है। इस फाइटर प्लेन के आने के बाद भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से भारत लगातार उन्नत फाइटर प्लेन हासिल करने में लगा हुआ है और चौथी पीढ़ी के इस नए मिग विमान को वह जरूर हासिल करना चाहेगा।
जानें, क्यों खास है MiG-35
यह विमान उड़ने और हवा में कलाबाजी खाने के साथ-साथ दुश्मन के रडार को भी चकमा देने में माहिर है। हवा में होने वाले मुकाबले में MiG-35 की फुर्ती का जवाब नहीं है। रूस का यह फाइटर प्लेन एक साथ 10 से 30 निशानों को खोजकर उनपर हमला कर सकता है है। आधुनिक मिसाइलों से लैस इस विमान की तोप भी जबरदस्त है। इसके दोनों डैनों पर मॉडर्न स्मार्ट बम लगाए जा सकते हैं। रूस का यह विमान एक बार में 2,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। MiG-35 1982 के बाद से सेवारत MiG-29 लड़ाकू विमान का सबसे अडवांस्ड संस्करण है।