अमेरिका और रूस के बीच कुच समय से चल रहे तनाव के बीच हाल ही में एक ओर मामला सामने आया है। एक समाचार पत्रिका की खबर के अनुसार हथियारों की होड़ के चलते रूस अब अमेरिका के लड़ाकू जहाजों के जवाब में एक महाजहाज बनाने जा रहा है। रूस की योजना दुनिया का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट केरियर बनाने की है। रूस ने इस जहाज का नाम श्तोर्म रखा है। रूसी मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महाजहाज में 90 लड़ाकू विमानों को ले जाया जा सकता है। इस महाजहाज की कीमत लगभग 11 खरब रुपए से भी ज्यादा होगी। (अमेरिका-नॉर्थ कोरिया युद्ध के कगार पर, थाड मिसाइल ने किया इस क्षेत्र में प्रवेश)
रूस ने इस प्रोजेक्ट का नाम 23E00E रखा है। इस महाजहाज के तैयार होने में साल 2030 तक का समय लगेगा। हालांकि इस महाजहाज के प्रति यह संदेश जताया जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा जहाज है। महाजहाज को लेकर एक विशेषज्ञ ने कहा कि जहाज का डिजाइन अमेरिका के विमान वाहक जहाज यूएसएस गेरल्ड आर फोर्ड पर आधारित होगा। (फ्रांस्वा को हराने वाला ये शख्स कर चुका है अपने से 25 साल बढ़ी टीचर से शादी)
इस जहाज की छत का आकार तीन फुटबाल फील्ड्स के बराबर होगा। इसमें 4000 क्रू मेंबर काम करेंगे। फिलहाल रूस अपने ऐडमिरल कुज्नेत्सोव एयरक्राफ्ट केरियर पर निर्भर है जो 1985 में लॉन्च किया गया था। हालांकि श्तोर्म के मुकाबले इसकी क्षमता काफी कम है। यह केवल 30 युद्ध विमान ले जा सकता है और भाप इंजन से चलता है, जबकि श्तोर्म परमाणु शक्ति से चलने वाला युद्धपोत होगा। (अगली स्लाइड में पढ़ें अमेरिका-रूस के खतरनाक हथियारों के बारें में)