सेंट पीट्सबर्गः अमेरिका से बदला लेते हुए रुस ने 60 अमेरिकी डिप्लोमेट्स को अपने देश से निकाल दिया है. इतना ही नहीं सेंट पीट्सबर्ग में अमेरिका के वाणिज्यदूतावास को भी बंद कर दिया है. पहले अमेरिका ने रूस के 60 डिप्लोमेट्स को बाहर निकाला था. ब्रिटेन में पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर दिया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी.
इस कार्रवाई के बाद रूस चौतरफा घिर गया है. कई देशों ने रूस के खिलाफ कार्रवाई की बात की है. अमेरिका समेत कई देशों ने रूस के 81 राजनयिकों को देश छोड़ने को कहा था. ट्रंप ने जिन रूसी राजनयिकों के खिलाफ यह आदेश सुनाया उन में से करीब एक दर्जन संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी मिशन में काम करते थे.
ट्रंप के फैसले के बाद व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सरह सैंडर्स ने कहा कि हमने अपनी जांच में पाया कि यह रूसी अधिकारी रूस के खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे. इसलिए हम उन्हें और उनके परिवार को देश छोड़ने के लिए सात दिन का समय देते हैं।
अमेरिका ने रूस के खिलाफ कार्रवाई की थी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 60 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया था. अमेरिका की कार्रवाई के बाद जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने भी चार रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया था. वहीं फ्रांस ने भी चार रूसी राजनयिकों को देश से बाहर निकालने की बात कही थी. कई रूसी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा है कि जिन रूसी राजनयिकों पर कार्रवाई हुई, उनके बारे में कार्रवाई करने वाले देशों ने रूस के ‘खुफिया अधिकारी होने का दावा किया गया है.