पेरिस: रूस इस्लामिक स्टेट से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त कार्यबल तैयार करेगा जिसमें वह फ्रांस, अमेरिका और यहां तक कि तुर्की के साथ भी काम करने को तैयार है।
फ्रांस में रूस के राजदूत एलेक्जांद्र ओरलोव ने आज कहा, हम एकसाथ मिलकर दाएश (आईएस) के ठिकानों पर हमले करने तथा फ्रांस, अमेरिका तथा जो भी इस गठबंधन में शामिल होना चाहें, उन सभी देशों के साथ एक संयुक्त कार्यबल की योजना बनाने को तैयार हैं।
उन्होंने यूरोप 1 रेडियो को बताया कि मंगलवार को एक रूसी सैन्य विमान मार गिराए जाने के बाद बढ़े तनाव के बावजूद यदि तुर्की भी इसमें (संयुक्त कार्यबल) शामिल होना चाहता है, तो उनका स्वागत है ।
कल व्हाइट हाउस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद तथा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि यदि रूस सीरिया में युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका तथा अन्य पक्षों के साथ मिलकर काम करेगा, तो इससे काफी मदद मिलेगी।
लेकिन ओबामा ने चेतावनी दी थी कि अमेरिकी सेना, रूसी बलों के साथ उसी सूरत में काम करेगी जब रूस सीरिया में आईएस जिहादियों पर बमबारी पर ध्यान दे, न कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद का विरोध करने वाले अन्य विद्रोही समूहों पर।
तुर्की की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के जरिए एक रूसी विमान को मार गिराए जाने पर ओबामा ने यह भी कहा था कि यदि रूस आईएस के ठिकानों को निशाना बनाने पर ध्यान केंद्रित करे, तो संघर्ष में वृद्धि होने की आशंका कम रहेगी।