वैटिकन सिटी: अमेरिका के अत्यंत सम्मानित कार्डिनलों में से एक द्वारा लड़कों तथा कैथोलिक चर्च पाठशाला के वयस्क छात्रों से कथित यौन दुराचार किए जाने का मामला सामने आने के बाद कई सवाल उठने लगे हैं और लोग पोप फ्रांसिस की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। यदि कार्डिनल थिओडोर मैक्कैरिक के खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो क्या पोप उसका कार्डिनल पद छीन लेंगे? क्या उसे जीवनभर प्रायश्चित के लिए कहा जाएगा? मामला सामने आने के बाद लोगों की जुबान पर ऐसे ही सवाल हैं।
इस बीच, कार्डिनल के एक खिलाफ एक और नया मामला सामने आया है जिसमें 11 साल के एक लड़के से यौन दुराचार का आरोप है। लोगों के मन में यह बात भी है कि क्या पोप जांच को अंजाम तक पहुंचाएंगे जो पहले ही चर्चों में गलत कामों को छिपाने की संस्कृति की निन्दा कर चुके हैं। मैक्कैरिक पर लगे आरोपों ने इस तरह की पुरानी घटनाओं को भी ताजा कर दिया है। मामला अब पोप के समक्ष है जो चिली में बच्चों से यौन दुराचार, वयस्क समलैंगिक यौनाचार और चर्च में गलत कामों को छिपाने की संस्कृति जैसे मामलों को पहले ही देख चुके हैं। यह मामला इतना बड़ा था कि समूची बिशप कान्फ्रेंस ने मई में इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
मैक्कैरिक पर आरोप लगाने वालों में से जेम्स नाम के एक पीड़ित ने कहा कि उस समय वह 11 साल का था जब मैक्कैरिक ने अपना असली रूप दिखाया। तब से वह लगातार यौन दुराचार करता रहा जो दो दशक तक चला। आपको बता दें कि हाल में चर्चों से जुड़े यौन शोषण के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में चिली के रोमन कैथोलिक चर्च में बाल यौन उत्पीड़न के मामलों में अधिकारियों ने एक पादरी को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा पुलिस 14 अन्य निलंबित पादरियों की जांच कर रही है जिनके ऊपर इन मामलों में शामिल होने का आरोप लगा है।