जिनेवा: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बुधवार को शिखर सम्मेलन के पहले दौर की वार्ता संपन्न हो गई। दोनों के बीच जिनेवा में दो बड़ी बैठकें होनी हैं। बाइडन और पुतिन के बीच पहले दौर की वार्ता में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव तथा कुछ अनुवादक मौजूद रहे। बुधवार की दोपहर (भारत में गुरुवार) को दो अतिरिक्त सत्र की योजना है जिसमें दोनों नेताओं के साथ अतिरिक्त सहयोगी एवं अनुवादक रहेंगे।
बड़ी बैठक में अमेरिका की तरफ से ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान, राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नूलैंड, रूस में अमेरिका के राजदूत जॉन सुलीवान और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् में रूस के विशेषज्ञ इरिक ग्रीन तथा स्टेरगोस कलौडिस शामिल होंगे।
रूसी प्रतिनिधिमंडल में लावरोव, पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव, उपविदेश मंत्री सर्गेई रेयाबकोव, रूसी सेना के प्रमुख जनरल वलेरी गेरासीमोव, वॉशिंगटन में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव के साथ ही यूक्रेन और सीरिया में क्रेमलिन के राजदूत तथा पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव शामिल होंगे।
शिखर सम्मेलन चार से पांच घंटे तक चलेगा जिसके बाद दोनों नेता संवाददाता सम्मेलन करेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडन की पुतिन के साथ यह पहली मुलाकात है। इससे पहले वह बराक ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति रहते हुए पुतिन से मुलाकात कर चुके हैं। 2011 में हुई उस मुलाकात के समय पुतिन रूस के प्रधानमंत्री थे। तब भी वापस आने के बाद बाइडन ने पुतिन की बुराई की थी।
ये भी पढ़ें
- तीन सौ से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार करने वाला व्यक्ति कोरोना से जंग हारा
- कोरोना ने बरपाया कहर, अब तक जान गंवा चुके हैं 740 से ज्यादा डॉक्टर्स
- कोरोना मरीज के जाने के बाद 2 से 3 घंटे बाद तक भी हवा में रहता है वायरस, तीन सेंट्रल लैब ने चेताया
- सिलेब्रिटी, नेता कैसे खरीद रहे कोविड-19 रोधी दवाएं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फटकारा