ग्लासगो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से मुलाकात कर घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 का मुकाबला करने और महामारी से उबरने के तरीकों पर चर्चा की। जुलाई में देउबा के नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी से उनकी यह पहली मुलाकात है। ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से इतर मोदी और देउबा के बीच हुई यह बैठक, भारत द्वारा ‘छोटे द्वीपीय देशों के लिए लचीली आधारभूत संरचना’ (IRIS) पहल की शुरुआत किए जाने के बाद हुई।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ चल रहे प्रयासों के संदर्भ में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। बयान में कहा गया है, 'दोनों नेताओं ने महामारी के दौरान भारत और नेपाल के बीच उत्कृष्ट सहयोग विशेष रूप से भारत से नेपाल को टीकों, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति तथा सीमाओं के आर-पार माल के मुक्त प्रवाह को सुनिश्चित करने में सहयोग का उल्लेख किया।' विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेता महामारी के हालात से बाहर निकलने की दिशा में मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए।
सोमवार को, प्रधानमंत्री मोदी ने सीओपी26 जलवायु शिखर सम्मेलन के मौके पर देउबा सहित कई विश्व नेताओं के साथ बातचीत की। मोदी ने देउबा के साथ फोटो साझा करते हुए ट्वीट किया, 'ग्लासगो में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की। यह महत्वपूर्ण है कि हम सतत विकास के लिए मिलकर काम करते रहें। उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के खतरे को सही ढंग से उजागर किया।' देउबा ने मुलाकात को लेकर मोदी के ट्वीट को ‘टैग’ किया और कहा कि वह बहुत प्रसन्न हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीओपी26 के दौरान मिलकर खुशी हुई। सतत विकास महत्वपूर्ण है- विशेष रूप से हमारे साझा हिमालयी क्षेत्र के भविष्य के लिए, जो विशेष रूप से कमजोर है। मैं उन्हें इस बात को उजागर करने और एक साथ काम करने के महत्व पर जोर देने के लिए धन्यवाद देता हूं!'
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमोर जेलेंस्की से मुलाकात कर द्विपक्षीय तथा क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर चर्चा की। मोदी ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति व्लादिमोर जेलेंस्की से मुलाकात शानदार रही। हमारी मुलाकात भारत और यूक्रेन के बीच दोस्ती को नया जोश प्रदान करेगी।' विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों द्वारा कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता सहित महामारी के समय में सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल की शुरुआत में कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान भारत को ऑक्सीजन सांद्रकों की आपूर्ति के लिए राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को धन्यवाद दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, 'आज सीओपी-26 से इतर , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमोर जेलेंस्की से मुलाकात की। द्विपक्षीय और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर चर्चा की। कोविड-19 महामारी के दौरान सहयोग की भी सराहना की, जिसमें कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता भी शामिल है।'