लंदन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन की राजधानी लंदन के विंडसर कैसल में एक बैठक के लिए दुनिया के दूसरे नेताओं के साथ शामिल हुए। वह राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्ष बैठक (चोगम) की ‘रिट्रीट’ के तहत दूसरे देशों के शासनाध्यक्षों से मिले। रिट्रीट के साथ चोगम का समापन हो गया। बंद कमरे में होने वाली इस बैठक में चोगम का अनौपचारिक हिस्सा शामिल होता है जहां नेता पूर्व निर्धारित एजेंडा और अपने करीबी सहयोगियों के बिना मिलते हैं।
राष्ट्रमंडल के एक बयान में कहा गया,‘रिट्रीट में शासनाध्यक्ष वैश्विक एवं राष्ट्रमंडल से जुड़ी प्राथमिकताओं पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं। वे राष्ट्रमंडल में सुधार एवं पुनर्नवीनीकरण पर भी विचार करेंगे। रिट्रीट चोगम का विशिष्ट हिस्सा है।’ दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रैमाफोसा 53 शासनाध्यक्षों के समूह की बैठक से नदारद रहेंगे क्योंकि देश में हिंसक संघर्ष शुरू होने के बाद उन्हें लौटना पड़ा। रिट्रीट के साथ ब्रिटेन में हफ्ते भर से जारी शिखर सम्मेलन का अंत हो गया।
विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘चोगम 2018 में प्रधानमंत्री की भागीदारी का उद्देश्य राष्ट्रमंडल के साथ हमारे मजबूत होते संबंधों का परिचायक है। इससे राष्ट्रमंडल के विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ज्यादा ध्यान देने की भारत की इच्छा का पता चलता है।’ मोदी रिट्रीट खत्म होने के बाद जर्मनी के लिए रवाना होंगे जहां वह चांसलर एंजेला मर्केल के साथ एक संक्षिप्त द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसके बाद वह भारत वापसी के लिए उड़ान भरेंगे।