लंदन: अपनी छह दिनों की यूरोप यात्रा में आज तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में भारतीयों के बीच उनके सवालों के जवाब दिया। प्रसून जोशी ने पहले सवाल के तौर पर पीएम मोदी से रेलवे से रॉयल पैलेस तक के सफर के बारे में पूछा । पीएम मोदी ने सवालों के जवाब देते हुए कहा 'मैं सबसे पहले सबका आभारी हूं कि इतनी बड़ी तादाद में आपका दर्शन करने का अवसर मिला है.. रेलवे से रॉयल पैलेस ये तुकबंदी आपके लिए बड़ी सरल है लेकिन जिंदगी का रास्ता बड़ा कठिन होता है। जहां तक रेलवे स्टेशन की बात है वो मेेरी व्यक्तिगत जिंदगी की कहानी है.. रॉयल पैलेस सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों के संकल्प का परिणाम है। रेल के पटरी का मोदी नरेंद्र मोदी है.. रॉयल पैलेसे का मोदी सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों का सेवक है।'
इतिहास में नाम अंकित करने के लिए मोदी पैदा नहीं हुआ-पीएम मोदी
यह पूछे जाने पर कि आप क्या चाहते हैं कि इतिहास आपको किस रूप में देखे, पीएम मोदी ने कहा, 'दुनिया के सबसे पुराने ग्रंथ वेद किसने लिखे थे। अगर इतने बड़े ग्रंथ के रचयिता का नाम नहीं मालूम है तो मोदी क्या है.. इतिहास में नाम अंकित करने के लिए मोदी पैदा नहीं हुआ है। मोदी को सवा सौ करोड़ देशवासियों की तरह ही लोग माने। आपको टीचर का काम मिला होगा.. व्यापार का काम मिला होगा.. खेती का काम मिला होगा.. मुझे यह काम मिला है। हिंदुस्तान की छवि चमकाने के लिए अपना जीवन खपाने में मुझे आनंद आएगा। दुखियों की सेवा ही हमारी कामना है।'
आलोचना लोकतंत्र का सौंदर्य है: पीएम मोदी
एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'आलोचना लोकतंत्र का सौंदर्य है.. मैं मानता हूं कि मोदी सरकार की पूरी आलोचना होनी चाहिए इससे सरकार में रहनेवाले लोग सतर्क रहते हैं। आलोचना करने के लिए बहुत रिसर्च करना होता है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि किसी के पास इतना टाइम नहीं है। और मर्यादा को तोड़कर आरोपों को रूप लिया है। एक तंदुरूस्त लोकतंत्र के लिए आलोचना को पुरस्कृत करना चाहिए और ऐलिगेशन से बचना चाहिए।आज मैं जो कुछ भी हूं बहुत सारे लोगों ने थपथपा के मुझे बनाया और आगे बढ़ाया है'
आज दुनिया में भारत का लोहा माना जाता है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'पूरी दुनिया में भारत का सिर ऊंचा हुआ है। आज दुनिया में भारत का लोहा माना जाता है। तनावपूर्ण विश्व में जो सच है वो डंके की चोट पर बोलना.. ये समार्थ्य हिंदुस्तान ने कर दिखाया. हिंदुस्तान में दम होना चाहिए कि जिस दिन इजराइल जाना होगा मैं इजराइल जाऊंगा और फिलिस्तीन भी जाऊंगा। 70 साल कोई पीएम इजरायल नहीं गया। मैं सऊदी अरब जाऊंगा तो ईरान भी जाऊंगा। चुनाव के दौरान लोग कहते थे कि ये मोदी पीएम बनेगा तो देश का भट्ठा बैठा देगा। लेकिन चार साल में स्थितियां बदल गई। कोई हमारी विदेश नीति पर सवाल नहीं उठा सकता। मोदी को सवा सौ करोड़ देशवासियों की ताकत पर भरोसा है। जब यमन में पांच-छह हजार लोग फंसे थे तो दुनिया के अन्य देशों के 2 हजार नागरिकों को भारत ने बाहर निकाला। रोहिंग्या की समस्या पर हमने बांग्लादेश में स्टीमर भर-भर के खाद्धान्न भेजे। रखाइन प्रदेश के लिए म्यांमार से हमने कहा कि वहां के विकास के लिए जो भी होगा वो मदद हम करेंगे। हमने कहा था कि हम न किसी से आंख झुका कर बात करेंगे न किसी से आंख उठाकर बात करेंगे बल्कि हम आंख मिलकार बात करेंगे।'
देश के लिए अच्छा करने में कोई कमी नहीं रखी: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'देश जिस हालत में था अगर उसको याद करोगे तो पता चलेगा कि क्या हो रहा है। मैं गुजरात में मुख्यमंत्री बना तो मैं बिल्कुल नया था, अनुभव की कमी थी। लोग कहते थे कि कुछ करो न करो कम से कम खाना खाते समय बिजली मिले इतना तो काम करना। हमने काम शुरू किया। गुजरात देश का पहला राज्य बना जहां 24 घंटे बिजली मिलने लगी। इस पांच वर्ष पहले की सरकार की तुलना में हम कहां है मैं दावे के साथ कहता हूं कि देश के लिए अच्छा करने में हमने कोई कमी नहीं रखी है। पहले अखबार में खबरों की हेडिंग यही रहती थी कि इतना गया.. आज खबरों में यही रहता है कि मोदी जी बताइये कि कितना आया।'
मोदी मॉडल ऑफ गवर्नेंस
पीएम मोदी ने कहा, 'सभी सरकारें कुछ न कुछ करने के इरादे से आईं.. लोग सरकार पर निर्भर हो जाएं.. सरकार के बिना उनका गुजारा ही न हो..यह हालात ठीक नहीं है। गरीबी हटानी हो तो गरीबों को शक्तिशाली बनाकर ही यह काम किया जा सकता है। न कि उन्हें खाना उपलब्ध कराएं। पहले लोन मेला लगता था और राजनीतिक दलों के चेले चपाटे लोन लेकर निकल जाते थे। हमने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में बिना किसी गारंटी के लोन देना शुरू किया। अबतक 11 करोड़ लोगों ने इस मुद्रा योजना का लाभ उठाया..5 लाख करोड़ से ज्यादा की पूंजी इनके हाथ में पहुंची। इस मुद्रा का लाभ लेने वालों में 74 फीसदी महिलाएं हैं।'
किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। यूरिया के लिए लोग दो-दो दिन कतार में खड़े रहते थे। कहीं-कहीं लाठीचार्ज होता था। मैंने कुछ गलत काम हो रहे थे उन्हें रोका और बिना अतिरिक्त कारखाना लगाए 20 फीसदी उत्पादन बढ़ गया। हमने नीम कोटिंग के जरिए यूरिया के कालाबाजारी को रोका। जो साहस करता है उसका साथ देना सरकार को लगातार प्रयास करना चाहिए और वो हम कर रहे हैं।'
भगवान बसवेश्वर ने लोकतंत्र के लिए जीवन खपा दिया-मोदी
पीएम मोदी ने भगवान बसवेश्वर के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, 'आजादी के बाद हमारी महान विरासत को भुला दिया गया है। भगवान बसवेश्वर के वचन सभी भाषाओं में उपलब्ध है उसे पढ़ना चाहिए। हमें अपनी महानताओं को पता ही नहीं हैं। आपको जानकर खुशी होगी 12वीं शताब्दी में भगवान बसवेश्वर ने लोकतंत्र के लिए जीवन खपा दिया। उस जमाने में उन्होंने अनुभव मंडपम बनाया। लोग एक मंडप में जमा होते थे उसमें महिलाएं भी होती थी और सब साथ मिलकर सामाजिक समस्याओं का समाधान करते थे। उनका कहना था कि जहां ठहराव है वहां जिंदगी समाप्त है जहां पर गति है वहां पर जिंदगी के नए आयाम की संभावनाएं होती हैं।'
बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई और बुजुर्गों को दवाई
PM मोदी ने कहा, 'गरीब बीमार होता है तो पूरा परिवार बीमार हो जाता है। देश में डेढ़ लाख से ज्यादा वेलनेस सेंटर बनाना चाहते हैं। बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई और बुजुर्गों को दवाई हमारा मूल मंत्र है। मैटरनिटि लीव हमने 26 सप्ताह कर दिया है। परिवार के 10 करोड़ परिवार को साल भा में 5 लाख रुपया बीमारी का खर्चा सरकार भुगतान करेगी। इसके कारण गरीब को इस संकट से मुक्ति मिलेगी। इसके कारण 2 टीयर और 3 टीयर सिटी में प्राइवेट अस्पताल आने की संभावना है। इससे 1 हजार से ज्यादा अच्छे अस्पताल बनने की संभावना है।'
जेनेरिक मेडिसीन पर जोर, स्टंट की कीमत में कमी
पीएम मोदी ने कहा, 'जेनेरिक मेडिसीन पर हमने जोर दिया। जिससे लोगों को सस्ती दवाएं मिलने लगी हैं। हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए स्टंट की कीमत 60 से 80 फीसदी कम हो गई। जो पहले 2 लाख तक में उपलब्ध था अब 25 हजार तक में उपलब्ध है। उसी तरह से घुटने के प्रत्यारोपण भी सस्ता हुआ है। उसी तरह स्वच्छता से भी रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।'
गलत इरादे से कोई काम नहीं करूंगा
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने कभी गलत इरादे से कोई काम नहीं किया, उन्होंने कहा, 'हां ये सही है कि काम के दौरान लोगों से कुछ गलतियां हो जाती हैं लेकिन गलत इरादे से कोई काम नहीं करूंगा यह देश से वादा किया है.. मैं गलतियां कर सकता हूं पर गलत इरादे से कोई काम नहीं करूंगा। मैंने कभी ये नहीं सोचा कि मैं देश बदल दूंगा। लेकिन यह है कि अगर हमारे देश में लाखों समस्याएं हैं तो सवा सौ करोड़ समाधान भी है। कोई कल्पना कर सकता है कि 86 फीसदी करेंसी अर्थव्यवस्था से बाहर हो जाए तो क्या स्थतियां हो जाती हैं लेकिन सवा सौ करोड़ देशवासी इस फैसले के साथ रहे। अब किसी को पत्थर फेंकना है, कूड़ा-कचरा फेंकना है तो किसपर फेंकेंगे। लेकिन ये भी है कि मैं अपने देशवासियों पर पत्थर और कूड़ा नहीं आने देता हूं मैं खुद झेल लेता हूं।'
फिटनेस पर पीएम मोदी ने कही यह बात
'मैं पिछले 2 दशक से रोजना एक किलो या दो किलो गालियां खाता हूं। सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे लिए परिवार है। जहां अपनापन अनुभव करते होंगे वहां थकान मिट जाती है। पहली बात है मन की अवस्था, दूसरी बात है कि अभी तो पीएम हूं लेकिन मुझे मालूम है क्या होगा.. जिंदगी में किसी पर बोझ न बनूं.. यूं ही हंसते-खेलते चला जाऊं। नौजवानों से कहना चाहूंगा कि विरासत में बहुत कुछ मिल सकता है लेकिन भीतर की तबीयत तो आपको खुद हीं संभालनी होती है। नियमों से जिंदगी जीने से आप जिस काम के लिए निकले हैं उसे सफलता पूर्वक कर लेंगे।'
मुझे किताब पढ़कर गरीबी के बारे में नहीं जानना, मैंने गरीबी देखी है-मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने यह बात लालकिले से कही थी, बेटी देर से आती है तो मां-बाप पूछते हैं कि क्यों देर से आई हो लेकिन बेटे से नहीं पूछते। आजादी के बाद भी सैनिटेशन का 35 प्रतिशत था। देखिए मुझे किताब पढ़कर गरीबी के बारे में नहीं जानना है। मैं गरीबी को देखकर आया हूं। इसलिए मैं मन से मानता हूं कि इनकी जिंदगी में कुछ तो बदलाव लाएं। इसलिए हमने यह जिम्मेवारी ली। मैंने 18 हजार गांवों में 1000 दिन में बिजली पहुंचाने का संकल्प लिया। अब डेढ सौ या पौने दो सौ गांव बाकी हैं काम चल रहा है। वहीं आप सोच सकते हैं कि उस मां को कितनी पीड़ा होती होगी जो शौच के लिए शाम का इंतजार करती है कि सूरज ढलने के बाद शौच के लिए जाएंगी।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तू ही तू के सिद्धांत पर जीता हूं। स्वयं पर खपा देने से ही देश का भला होता है। बीज खपता है तभी देश बनता है। इसके बाद पीएम मोदी ने देश की तरक्की पर बोलते हुए कहा कि विकास के लिए बेसब्री जरूरी है। मकसद जिंदगी को गति देता है नहीं तो जिंदगी रूक जाति है। बेसब्री की तरुणाई की पहचान भी है। मोदी खुशी है लोग ज्यादा की अपेक्षा कर रहे हैं। जो करेगा उसी से करेंगे ना। अगर देश मुझ से ज्यादा की अपेक्षा रखता है क्योंकि उन्हें भरोसा है।
पीएम मोदी के अंदर फकीरी कैसे आई
पीएम मोदी ने कहा, 'ये फकीरी वगैरह मन की अवस्था का मामला है.. हालात उसको पैदा नहीं करते वो इनबिल्ट होता है सही है.. मैं गुजरात में सीएम था तो समारोह में लोग कुछ न कुछ गिफ्ट देते रहते हैं। मेरा मन नहीं करता था। मैं इन सारी चीजें सरकार की ट्रेजरी में डाल देता था। मैं कहा कि कौन संभालेगा इन चीजों को। फिर मैंने वैल्यूशन कराया और फिर इनकी नीलामी कराई। नीलामी से आए पैसे को गर्ल चाइल्ड एजुकेशन के लिए सरकार में डोनेट करता था। मैं जब गुजरात छोड़ा था तब 100 करोड़ से ज्यादा रुपये गर्ल चाइल्ड एजुकेशन के लिए दिया। एमएलए होने के नाते गांधीनगर सचिवालय में जो ड्राइवर और पीयून के बच्चों की शिक्षा के लिए खर्च कीजिए। अफसर ने कहा कि आप ऐसा मत कीजिए पता नहीं कब आपको पैसे की जरूरत पड़ जाए। आखिरकार वो मान गए। मैं ऐसी अभाव में जिया हूं कि मुझे इन चीजों का फर्क नहीं पड़ता।'
पीएम मोदी लाइव अपडेट
- आतंकी भेजनेवालों को पता होना चाहिए कि भारत बदल चुका है-पीएम मोदी
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- सर्जिकल स्ट्राइक भारत के वीरों का पराक्रम था -मोदी
- जब पीठ पीछे वार होता हो, युद्ध लड़ने की ताकत नहीं हो तो ये मोदी है उसी भाषा में जवाब देगा-मोदी
- हमारी सेना के जवान टेंट में सोये हुए थे और उनपर हमला किया गया-मोदी
- हमारे जवानों ने शत-प्रतिशत अपने मिशन को सफलता से अंजाम दिया-मोदी
- भारत का हजारों का वर्ष का इतिहास है कि भारत ने किसी की जमीन हड़पने का प्रयास नहीं कियाःमोदी
- प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में डेढ लाख भारतीयों ने शहादत दी है-मोदी
- शांति सेना में सबसे ज्यादा भारतीय सैनिक अपना योगदान कर रहे हैं-मोदी
- 40 लाख बुजुर्गों ने रेल यात्रा में सब्सिडी छोड़ी-मोदी
- संतोष हो जाने से जिंदगी आगे नहीं बढ़ती-मोदी
- देश में ईमानदार लोगों की कमी नहीं-मोदी
- सरकारों को अहंकार छोड़ देना चाहिए-मोदी
आज सुबह ही ब्रिटेन पहुंचे पीएम मोदी ने यहीं एक नये यूके इंडिया टेक एलायंस (भारत ब्रिटेन प्रौद्योगिकी गठबंधन) की शुरुआत की। साथ ही पीएम मोदी राजकुमार चार्ल्स से भी मुलाकात की। इसके बाद मोदी ने 12वीं सदी के लिंगायत दार्शनिक बसावेश्वरा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। वहीं मोदी ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ सुबह का नाश्ता किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने के बाद द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की
मोदी मंगलवार की रात स्वीडन से यहां पहुंचे। वे तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में ब्रिटेन पहुंचे हैं। यहां से वह जर्मनी के लिए रवाना होंगे। मोदी की यह दूसरी आधिकारिक ब्रिटेन यात्रा है। थेरेसा मे नवंबर 2016 भारत यात्रा पर आई थीं। मोदी यहां 19-20 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रमंडल देशों के सरकार प्रमुखों की सालाना बैठक (सीएचओजीएम) में हिस्सा लेंगे।